सरोज जोशी की रिपोर्ट

भोपाल । मध्यप्रदेश में पत्रकारो पर हमलें पुर्वर्ती भाजपा सरकार की देन है , पिछ्ले 15 वर्षो में निरंकुश पुलिस , प्रशासन , माफिया और अपराधियों को राजनैतिक संरक्षण का परिणाम रहा कि पत्रकारों पर हमलो की वारदातें बढ़ना , हत्या , हत्या के प्रयास सहित झूठे मुकदमे दर्ज होना आम बात हो गई है । पत्रकार संगठनो की लाखो गूहारो के बाद शिवराज सरकार ने प्रदेश में पत्रकार सुरक्षा क़ानून की पहल नही की । कमलनाथ सरकार ने वादे के मुताबिक़ पत्रकार सुरक्षा क़ानून की घोषणा की है । परन्तु निरंकुश अफसरशाही अब भी भाजपा की मानसिकता से ग्रसित है ।

अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिती के राष्ट्रीय महासचिव सैयद ख़ालिद कैस द्वारा मंडीदीप के पत्रकार रामभरोसे विश्वकर्मा के मामले में सुल्तानपुर , मंडीदीप , रायसेन के क्रांतिकारी पत्रकारों के साथ पुलिस मुख्यालय में पुलिस महानिदेशक से मुलाक़ात कर ज्ञापन सौंपकर दोषी थाना प्रभारी मंडीदीप को हटाने की मांग की थी , वह मामला अभी हल नही हुआ कि शाजापुर में पत्रकार के साथ शासकीय अधिकारी द्वारा प्रताड़ित करने धमकाने का मामला उजागर हुआ है जो निन्दनीय है ।

क्या है मामला –

मामला शाजापुर जिले का है जहाँ पर नाप तोल अधिकारी अर्पित कुमार जैन ने FM न्यूज के पत्रकार गोपाल अंजना से अभ्रदता की। और उनको धमकाया कहा कि पत्रकारिता की डिग्री लाओ नही तो जेल में ङाल दूँगा ।पूर्व कर्मचारी कालू सिंह ने पत्रकार के साथ हाथापाई की । घटना के समय उपस्थित पुलिसकर्मी मौन आए।

यह दुर्भाग्य का विषय है कि अफसरशाही अब भी गंदी मानसिकता के साथ पत्रकारिता का गला घोटना चाहती है । भ्रष्ट अधिकारी पत्रकारों को अपमानित करने , धमकाने , प्रताड़ित करने से बाज़ नही आ रहे है , वह भूल गए है कि भाजपा सरकार जा चुकी है ।

अखिल भारतीय़ पत्रकार सुरक्षा समिति मध्यप्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री सह जनसम्पर्क मंत्री , विधायी मन्त्री से अविलम्ब पत्रकार सुरक्षा क़ानून प्रदेश में लागू करने की मांग करती है ।

पीड़ित पत्रकार गोपाल अंजना
मो. 9981912064

पुलिस अधीक्षक शाजापुर
मो.7049100461

जिलाधिकारी शाजापुर
मो . 7587969700