शहडोल -जिला आयुष कार्ययालय शहडोल मे पदस्थ प्रषान्त शुक्ला उम्र 19 वर्ष निवासी अनूपपुर की अनुकम्पा नियुक्ती दिनाॅक 20.12.2017 को आयुष संचालनालय भोपाल के आदेष पर की गई नियुक्ती आयुष विभाग की कार्यप्रणाली को संदेह के घेरे में खड़ी करती है कारण आयुष विभाग मे पदस्थ रहे स्व.डाॅ.एस.के.शुक्ला की आकास्मिक मृत्यु पर जिसे अनुकम्पा नियुक्ती दी गई है उसका डाॅ. शुक्ला के सर्विस बुक पर नाम का नही होना है स्व.डाॅ.शुक्ला द्वारा अपनी विभिन्न जिलों मे दी गई शासकीय सेवाओं से लेकर आकास्मिक मृत्यु दिनाॅक 24.11.2011 तक सर्विस बुक पर पत्नी आरती शुक्ला एंव दोनो पुत्र श्रीकृष्ण शुक्ला,प्रमोद शुक्ला के नाम को दर्जे रखा गया था डाॅ षुक्ला की आकास्मिक मृत्यु भिन्ड जिले के रहावली तहसील लहार की पदस्थापना के दौरान हुई थी डाॅ शुक्ला एंव उनका परिवार वर्तमान में अनूपपुर जिले में रह रहा है ऐसे में प्रषान्त शुक्ला की नियुक्ती किन आधारों पर की गई हैं यह विभाग के अधिकारी ही बता सकते है विभाग पर आरोप लग रहे है की प्रषान्त शुक्ला कि नियुक्ती मिली भगत कर मापदण्डों को सिथिल करते हुऐ नियम विरूद्ध तरीके से की गई है जब कि अनुकम्पा नियुक्ती के नियमों के आधार पर जिसे नियुक्ती दी जाती है उसका सर्विस कर्ता के सर्विस बुक पर र्दज कराऐ गऐ नाम का आधार होना चाहिये था।
यह है पूरा मामला

डाॅ. सुरेष कुमार शुक्ला आयुष विभाग में पदस्थ रह कर अपनी सेवाएंे दे रहे थे उनके सर्विस काल में ही 24.11.2011 को आकास्मिक मृत्यु हो गई जिसमें अनुकम्पा नियुक्ती के प्रावधानों के अनुरूप नियुक्ती न होकर किसी अन्य को अनुकम्पा नियुक्ती दी गई है।

अनूपपुर से वेद शर्मा की खास रिपोर्ट