भोपाल। उत्तरप्रदेश में गत दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित मुख्य सचिव ने पत्रकार सुरक्षा के नाम पर अधिसूचना प्रकाशित कर यह जताने का प्रयास किया था कि यूपी सरकार पत्रकार हितैषी है। जबकि महज 2 दिन बाद ही सरकार के दावे खोखले साबित हो गए। पत्रकारों की कब्रगाह बन चुके उत्तरप्रदेश में फिर एक पत्रकार को अपनी जान गवानी पड़ गई है।यह कोई पहला मामला नही वरन पत्रकारों के लिए असुरक्षित बन चुके उत्तरप्रदेश में अपराधियों के बुलन्द होसलो और पुलिस के निकम्मेपन का दंड झेल रहे पत्रकार अपने कर्तव्यों के निर्वहन में अपनी जान की आहुति दे रहे हैं।
ताजा मामला उत्तरप्रदेश में बलरामपुर के थाना कोतवाली देहात क्षेत्र के कलवारी गांव में शुक्रवार मध्य रात्रि एक घर में संदिग्ध हालात में लगी आग मे पत्रकार समेत दो लोग जिंदा जल गए। घटना में गृह स्वामी पत्रकार राकेश सिंह (35)  तथा उनके साथी पिंटू साहू(30) की जलने से मौत हो गई।

पिंटू की  मौके पर तथा राकेश की मौत लखनऊ ट्रामा सेंटर में इलाज के दौरान हुई है। जिस कमरे में दोनों की मौत हुई है  उसकी एक दीवार धमाके के साथ क्षतिग्रस्त भी हुई है। मौके पर पहुंची फायर सर्विस की गाड़ी ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।

देहात कोतवाली की पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। जिस कमरे में दोनों लोग जले हैं  उसका दरवाजा  बाहर से ताला बंद था। मृतक राकेश के दोनों मोबाइल कमरे के बाहर मेज पर रखे थे। मृतक राकेश को इलाज के लिए जिला अस्पताल से लखनऊ ट्रॉमा सेंटर भेजा गया।

ट्रॉमा सेंटर में राकेश की मौत हो गई। मृतक राकेश ने मरने से पहले एक मोबाइल में वीडियो बयान दिया है। जिसमें वह कहता हुआ सुना जा रहा है कि पांच छह लोग घर आए और उसे जलाकर मार डाला। हालांकि पुलिस अभी इस मोबाइल वीडियो और घटना के कारणों पर  चुप्पी साधे हुए है।
पुलिस की खामोशी ही इस बात का प्रमाण है कि दिवंगत पत्रकार की योजनाबद्ध तरीके सी हुई हत्या के लिए कुछ हद तक पुलिस की ढुलमुल नीति है।
प्रेस क्लब ऑफ़ वर्किंग जर्नलिस्ट्स के राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद ख़ालिद क़ैस ने उत्तरप्रदेश में आये दिन पत्रकारों की हत्या,हत्या के प्रयास पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि योगी आदित्यनाथ के राज में पत्रकार असुरक्षित हो गए हैं।


पत्रकार राकेश सिंह की हत्या से पूर्व उत्तरप्रदेश में 2010 से 2020 तक मारे गए पत्रकार-
1-विक्रम जोशी गाजियाबाद 22 जुलाई 2020
2-शुभम मणि त्रिपाठी उत्तरप्रदेश 19 जून 2020
3-अनुज गुप्ता( दिल्ली) हरिद्वार उत्तरप्रदेश 10 दिसम्बर 2019
4-आशीष महिपाल सहारनपुर उत्तरप्रदेश 16 अगस्त 2019
5-राधेश्याम शर्मा कुशीनगर उत्तरप्रदेश अक्टूबर 2019,
6-राजेश मित्र (गाजीपुर)2017 उत्तरप्रदेश
7-नवीन गुला (हिन्दुस्थान अखबार) कानपुर
उत्तरप्रदेश 30 नवम्बर 2017
8- शैलेंद्र मिश्र उफ मिंटू लखीमपुरखीरी उत्तरप्रदेश, जुलाई 2017
9-राजेश श्योराण एनसीआर कलियाणा 21 दिसंबर
2017
10-करुणा मिश्र (जनादेश टाइम ) सुलतानपुर उत्तरप्रदेश 13 फरवरी 2016
11-संजय पाठक फरीदपुर उत्तरप्रदेश 13 अगस्त 2015 12-हेमन्त यादव चंदौली उत्तर प्रदेश 3 अक्टूबर2015।
जगेन्द्र सिंह, उत्तर प्रदेश, शाहजहांपुर, जून 2015.
13-विजय प्रताप सिंह इंडियन एक्सप्रेस, इलाहाबाद,
20 जुलाई 2010.