मुंगावली जिला अशोकनगर  – स्मार्ट सिटी निर्माण के निरीक्षण के लिये शुक्रवार को असिस्टेंड प्रोग्राम ऑफीसर भोपाल से मुंगावली पहुंचें। जहाँ इनके द्वारा स्मार्ट सिटी के उपयंत्री को आवश्यक दिशा निर्देश तथा मौके पर साईन बोर्ड़ और नक्शा न होने पर भी समझाईश दी। साथ ही जो निर्माण सामग्री थी उससे भी यह अधिकारी संतुष्ट दिखाई नही दिये और मौके पर पड़ी काली रेत को आगे से उपयोग में न लेने के निर्देश भी जारी किये।
सवाल पूंछने पर भागे अधिकारी
लगभग 90 करोड़ रूपये की लागत से बन रही स्मार्ट सिंटी के कार्यो में गुणवत्ताा को लेकर विभाग के अधिकारी किस प्राकर खानापूर्ती कर रहे हैं उसका अंदाजा इससे ही लगाया जा सकता है कि जब भोपाल से असिस्टेंड प्रोग्राम ऑफीसर निर्माण स्थल पर पहुंचे तो यहाँ घटिया सामग्री का ढ़ेर लगा था और इनके द्वारा इसको जाकर देखा तो गया पर मीड़िया द्वारा इस सामग्री की सेम्पिलिंग करने को कहा तो यह अधिकारी मौके से नो कमेंट्स कहते हुये आगे बढ़ गये। व कहा कि इसके लिये अधिनस्थों से बात करों। इनके द्वारा किसी तरह की कोई सेंम्पलिंग न करना यही कहा जा सकता है कि इनके द्वारा सिर्फ खानापूर्ती ही की जा रही है। वहीं जब स्मार्ट सिई के उपयंत्रील से बात की गई तो उनके द्वारा बताया गया कि जो काली रेत का उपयोग किया जा रहा था उसको बंद करा दिया गया है। जिनकी बात सुनने के बाद इस बात की तो पुष्टि होती है कि अभी तब इस कार्य में घटिया सामग्री का उपयोग किया जा
रहा था।

मुंगावली से इकबाल जमीदार की रिपोर्ट