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मध्यप्रदेश में राजनीतिक दलों और सेक्स रैकेट का अटूट संबंध : संयोग या कारोबार

 

@सैयद खालिद कैस

 

भोपाल। मध्यप्रदेश में राजनीतिक दल ओर सेक्स रैकेट का रिश्ता आज का नही बहुत पुराना है। 2018में मध्यप्रदेश की सत्ता में आई कमलनाथ सरकार के समय जोरो पर परवान चढ़े हनी ट्रैप कांड ने देश भर में सुर्खियां बटोरीं थी, इस कांड में एक राजनीतिक दल के पूर्व मंत्री ,संतरी, संसद,आईएएस, आईपीएस के नाम सुर्खियों में आए थे, कांड की विष कन्याएं अभी तक सलाखों के भीतर हैं। कमलनाथ सरकार के समय भाजपा के नेताओं की रातों की नींदें उड़ाने वाले इस कांड की खबरें उस समय के समाचार पत्र पत्रिकाओं और न्यूज़ चैनल्स पर जमकर प्रकाशित ,प्रसारित हो रही थी। वह बात अलग है कि कमलनाथ सरकार को गिराकर सत्ता हथियाने वाली शिवराज सरकार ने इस मामले को बड़ी खूबी से दबा दिया ओर लोगों के मस्तिष्क पटल पर से इसकी छबि धूमिल सी हो गई थी ।परंतु गत दिनों प्रदेश की महानगरी इंदौर में फिर सेक्स और भाजपा का कनेक्शन सुर्खियां बटोर रहा है। फिर एक बार इस सेक्स रैकेट से कुछ नेताओ की संलिप्तता ने जन मानस के पटल पर एक बार फिर हनी ट्रैप कांड की घटनाओ को ताजा कर दिया है।

 

गौर तलब हो कि इंदौर के विजयनगर स्थित एक स्पा सेंटर पर पुलिस ने गत दिनों छापा मारकर एक सेक्स रैकेट पकड़ा था। जिसमे पुलिस के हत्थे चढ़े थे इंदौर और थाईलैंड की 10 लड़कियों के साथ 8 लड़के । पुलिस द्वारा इस सेक्स रैकेट में संलिप्त पाए गए खंडवा के तीन लड़कों में BJP के खालवा मंडल में युवा मोर्चा पदाधिकारी बताये जा रहे है। हरसूद विधानसभा क्षेत्र के यह नेता और प्रदेश की शिवराज सरकार के एक मंत्री के करीबी भी है। जिनके फोटो समाचार पत्रों में जमकर प्रकाशित हुए हैं।

इस सेक्स रैकेट में धराएं खालवा जिला खंडवा निवासी यह तीनों आरोपी व्यवसायी है। तीनों की शादी भी हो चुकी है। वरुण यादव और विवेक तिवारी दोनों किराना के थोक एवं चिल्लर व्यवसायी है। अशोक सिंगला ढ़ाबा संचालक है।

 

इंदौर के विजय नगर में स्पा सेंटर की आड़ में पुलिस ने शगुन आर्केड बिल्डिंग में चल रहे स्पा सेंटर पर छापा मारकर 10 युवतियों सहित 8 युवकों को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार की गई 10 युवतियों में से 7 विदेशी हैं।पुलिस को पूछताछ में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है।

 

क्राइम ब्रांच एसीपी गुरुप्रसाद पाराशर के अनुसार इंदौर के अलावा कुछ युवतियां थाईलैंड की रहने वाली हैं। जिनकी जांच की जा रही है।

इंदौर में कमिश्नर प्रणाली लागू होने के बाद पकड़ाया यह पहला सेक्स रैकेट मामला है और इसे दुर्भाग्य कहें या संयोग इसमें शामिल आरोपियों का कनेक्शन सत्ताधारी दल के साथ होने की ख़बर ने सनसनी फैला दी है। विपक्षी दल कांग्रेस जो खुद पाक दामन नही उसको बैठे थाले एक पका पकाया मुद्दा मिल गया है।

 

प्राप्त जानकारी के अनुसार BJP के बताए जा रहे तीनों पदाधिकारी प्रदेश सरकार एक मंत्री के बेहद करीबी है। भाजपा के नेता होने की खबर प्रकाशित होने के बाद न तो मंत्री की ओर से और न भाजपा की और से कोई प्रतिक्रिया नहीं आना भी संदेह उत्पन्न कर रहा है। केवल जिलाध्यक्ष BJP, खंडवा सेवादास पटेल ने खाना पूर्ति करते हुए कहा कि ” उनको कोई जानकारी नहीं मिली यदि ऐसा कुछ होता है तो ऐसे पदाधिकारियों की पार्टी से बर्खास्ती को लेकर अनुशंसा करुंगा।”

 

बहरहाल वैसे तो मध्यप्रदेश की राजनीतिक अखाड़े में कोई भी दूध का धुला नही है परंतु सत्ता धारी दल के नेताओ के नाम बार बार आना खुद सवाल खड़े कर रहा है।