पंकज शुक्ला, 9893699941
इटेलियन टाइल्स, महंगे झूमर और लाइट, परिसर और भवन के प्रवेश कक्ष में फव्वारा, पूरी तरह एयर कंडीशन्ड इमारत,सीसीटीवी कैमरे की निगरानी,400 कार्यकर्ताओं की बैठक क्षमता का ऑडिटोरियम, सह संगठन मंत्री समेत जिला,ग्रामीण अध्यक्ष के कक्ष, अतिथि विश्राम के लिए अत्याधुनिक 4 सूइट, आईटी सेल और ई-लाइब्रेरी करीब 6 करोड़ की लागत से 10 हजार स्क्वेयर फीट में बनी भव्य इमारत…।
यह किसी फाइव स्टार होटल की विशेषताओं का बखान नहीं है बल्कि जबलपुर में बने भाजपा के संभागीय कार्यालय की चुनिंदा विशेषताएं हैं। यह कार्यालय सहसंगठन महामंत्री अतुल राय की भव्य राजनीतिक शैली का प्रतिबिंब है। जिस पार्टी ने संभाग में यह भव्य कार्यालय बनाया है उसी ने दिल्ली में अपना मुख्यालय भी इतना ही भव्य और आधुनिक बनाया है।
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में भाजपा के प्रदेश कार्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में ऐसा ही भव्य ऑडिटोरियम तैयार किया गया है, जिसके सामने मल्टीप्लेक्स भी फीके हैं। इस ऑडिटोरियम में 50 से 800 सीटर तक के चार अत्याधुनिकव पूरी तरह एसी हाल हैं। इनकी भव्यता किसी भी फाइव स्टार होटल के हाल से कम नहीं है।
भाजपा 25 सितंबर को भोपाल में भव्य कार्यकर्ता महाकुंभ आयोजित कर रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की मौजूदगी में होने वाले इस महाकुंभ में हर बूथ से कार्यकर्ता आएंगे और अनुमान है कि इस पर 50 करोड़ रुपए से अधिक राशि खर्च होगी। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व सांसद राकेशसिंह का दावा है कि यह महाकुंभ किसी भी राजनीतिक दल का विश्व में सबसे बड़ा कार्यक्रम होगा।
यह आयोजन पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर आयोजित हो रहा है। वे दीनदयाल उपाध्याय जिन्होंने अंत्योदय का विचार रखा था। भाजपा ने इसी विचार को अपनी सत्ता का मार्गदर्शक सूत्र बनाया है। पार्टी जब सत्ता में नहीं थी तब भी भोपाल के पॉश माने जाने वाले इलाके ई-2 अरेरा कॉलोनी में अपने प्रदेश मुख्यालय के रूप में विशाल दीनदयाल उपाध्याय परिसर बनाया और अब जब वह सत्ता में है तो भव्यतम भवन खड़े कर रही है।
भाजपा में प्रवास के दौरान नेताओं का कार्यालय में ही रुकने का नियम है। अपने नेताओं को आधुनिक सुविधाएं देने के लिए वह अत्याधुनिक सेवाओं वाले विश्राम कक्ष भी बना रही है। आईटी को पार्टी ने अपनी ताकत बनाया है इसलिए भविष्य का रुख भांपते हुए अपने भवनों को आधुनिक तकनीक से सज्जित किया है। इस कार्य को आगे बढ़ाते हुए भाजपा ने प्रत्येक जिले में आधुनिक कार्यालय बनाने की योजना को अंतिम रूप दे दिया है। इसके लिए डिजाइन तैयार है। अब जिलों में कार्यकर्ताओं को बैठकों के लिए यहां-वहां नहीं भटकना होगा। उनके पास अपनी पार्टी का आलीशान कार्यालय होगा।
ऐसी भव्यता और दिखावा बहस का विषय हो सकता है। यह कार्य जन सेवा के विचार को परे रख फिजूल खर्च का आरोप भी झेलेगा, लेकिन हर तरह की राजनीति कर रही भाजपा के लिए अंत्योदय के विचार और भव्यता का यह मेल ही पहचान बनता जा रहा है। अन्य पार्टियों में जहां केवल नेता ही समृद्ध हुए व पार्टी कार्यालय विपन्न ही बने रहे वहीं भाजपा में नेताओं के साथ संगठन को भी सम्पन्न बनाया गया।
भव्यता हमें आकर्षित करती है,लुभाती है। हम चमत्कृत हो कर आंखें फाड़-फाड़ भव्यता को देखते हैं। इस तरह भाजपा ने विचार के अनुयायी तो बनाए ही, भव्यता से चमत्कृत समर्थकों को भी अपनी ओर खींचा है। पार्टी के आलीशान कार्यालय और कार्यक्रमों की भव्यता कार्यकर्ताओं में अजीब सा गर्व और प्रतिस्पर्धी भाव भरते हैं। कार्यकर्ता इस भव्यता से जैसा भी संदेश प्राप्त करें,नेतृत्व के लिए तो यह तलवार की धार पर चलने के समान है कि वह आडंबर में अंत्योदय के अपने सूत्र वाक्य को भुला न दे। क्योंकि भव्यता के जयकारों में अकसर करुणा के स्वर खो जाते हैं। यदि इस शैली की राजनीति में पार्टी मंच से समर्पण, निष्ठा, सेवा के स्वर ओझल होंगे तो यह भव्यता के लिए चुकाई जाने वाली बड़ी कीमत होगी। साभार
( लेखक प्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार एवं राजनैतिक समीक्षक हैं )