आष्टा से सतीश सेन की रिपोर्ट

आष्टा-बुधवार को सन्त सुश्री वर्षा नागर जी की पांच दिवसीय श्री राम कथा का प्रारंभ एस बी एस हायर सेकंडरी स्कूल में हुआ । इस दौरान सर्वप्रथम संतश्री ने नगर के प्राचीन शंकर मंदिर,राम मंदिर एवं खेड़ापति मंदिर में जाकर भगवान की पूजा अर्चना की।तत पश्चात संतश्री को शोभायात्रा के माध्यम निकाली गई ।
सन्त सुश्री वर्षा नागर जी ने आज कथा के प्रथम दिवस युग प्रवर्त्तक त्याग की मूर्ति रत्ना एवं तुलसीदास जी के जीवन वर्त के विषय मे बताया।साथ ही कहा कि यदि रत्ना त्याग नही करती तो रामायण जैसे महाकाव्य की रचना नही होती ।इसी संदर्भ में वर्तमान परिदृश्य में कहा कि आज भी देश निर्माण के लिए त्याग की आवश्यकता हैं।
सन्त ने सत्संग और कली काल युग मे उद्धार के लिए तुलसी पूजन के महत्व पर प्रकाश डाला।सन्त ने कहा हैं कि वर्तमान में देश निर्माण में आज पुरुषों का योगदान हैं उनके बराबर ही मातृशक्ति का भी हैं यदि देश को सुचारू रूप से चलाना हैं ।गाड़ी के दोनों पहियों को एक साथ मजबूती के साथ चलना ही होगा.।
भक्तजन मौजूद रहे बड़ी संख्या में
इस अवसर श्री राम कथा का लाभ लेने के लिये बड़ी संख्या में भक्तजन मौजूद रहे प्रमुख रूप से वीरेंद्र सिंह जी,नारायण सिंह जी,कमल सिंह जी,मेहरवान सिंह जी,गोपाल सिंह जी,मधुसूदन जी पाठक,सुरेंद्र सिंह जी पटेल,विश्राम सिंह जी,जय सिंह जी,मोहन सिंह जी,धीरज सिंहजी,केदार परमार, कुलदीप सिंह एडवोकेट, विजेंद्र सिंह जी,भीम सिंह जी,जीवन सिंह जी,जितेंद्र सिंह जी मौजूद रहे ।