📝सरोज जोशी प्रबंध निदेशक की क़लम से 

भोपाल ।  शिवराज सरकार के बैटी बचाओ , बैटी पढ़ाओ के खोखले नारों के बीच प्रदेश भर में बैटियो पर हो रहे अत्याचार , दुराचार और हत्या के दिन प्रतिदिन बढ़ रहे आंकडे यह सावित करते हैं कि मप्र में शिवराज सरकार में बैटी सुरक्षित नही । अपनी स्तुति के गुणगान में व्यस्त शिवराजसिंह जन आशीर्वाद यात्रा निकाल कर जनता का धन अनावश्यक खर्च कर गये । प्रदेश में क़ानून बनाकर फाँसी की सज़ा का प्रावधान भी होगया , परन्तु इस सबके बावजूद प्रदेश की बेटी असुरक्षित है । घटनायें दिन प्रति दिन कम होने के स्थान पर बढ़ रही है जो चिंता का विषय है । साफ तौर पर कहा जाये तो शिवराज सरकार अन्य मोर्चो पर तो विफल दिखती ही है वह बैटी बचाओ अभियान में भी पूर्ण रूप से विफल है । ताजा मामला जो उजागर हुआ है उसनें फ़िर एक बार मानवता को तो शर्मसार किया ही है , वरन शिवराज सरकार के खोखले दांवों की पोल खोल दी है ।

क्या है मामला –                                                   तहसील गोहरगंज, रायसेन से सटे हुए ग्राम नयापुरा में चौबीस साल के दरिंदे ने पांच साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म कर लाश को जंगल मे जाकर गड्ढे में फेंक दिया। गौहरगंज के नज़दीक नयापुरा ग्राम में रहने वाले सूरज उईके की पांच वर्षीय लड़की विगत तैरह तारीख की शाम से लापता थी।  जब पुलिस के संज्ञान में मामला आया तो पुलिस ने अपना कार्य शुरू किया।

इस मामले में संदिग्ध जितेंद्र उईके से जब पुलिस ने पूछताछ की तो जितेंद्र ने अपराध स्वीकार करते हुए बच्ची के बारे में बताया। आरोपी जितेंद्र ने इकबालिया जुर्म में कबूल किया कि वो तैरह तारीख की शाम बच्ची को दूसरे घर छोड़ने के बहाने ले गया। आरोपी ने लड़की को टॉफी व बिस्कुट दिलाये।  आरोपी ने पुलिस से कहा कि मैं सुबह से शराब के नशे में था व बच्ची के संपर्क में आकर उसने इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया। पुलिस तफ्तीश में आरोपी जितेंद्र की निशानदेही पर पांच साल की लड़की निशा का शव गौहरगंज वन क्षेत्र में एक गड्ढे में बरामद हुआ। विगत गुरुवार मामले की गंभीरता को देखते हुए रायसेन एसपी जगत सिंह राजपूत दलबल के साथ घटना स्थल पर पहुंचे।

बच्ची के गुम हुए अड़तालीस घंटे बीत जाने के बाद पुलिस ने पांच साल की बच्ची की लाश गौहरगंज वन क्षेत्र से बरामद की। लाश का पोस्मार्टम करवाकर पुलिस ने बच्ची की लाश परिजनों के हवाले कर दी। इसके बाद बच्ची को दफना दिया गया।
पोस्टमार्टम डॉ. स्त्रीरोग विशेषज्ञ विनय प्रभा व केपी यादव द्वारा किया गया। जिसमें बिसरा जांच के लिए सेम्पल रख लिए हैं। वैसे मामला अतिसंवेदनशील था तो स्थानीय चिकित्सकों द्वारा ही पुष्टि कर दी गई। बच्ची के साथ पहले दुष्कर्म किया गया तत्पक्षात उसकी लेगी (पाजामी) से उसका गला घोंट दिया।
और  इस तरह एक नर पिशाच की दरिंदगी की शिकार हुईं मासूम बच्ची । दुराचारी एवं हत्यारे को फाँसी की सज़ा होंगी , परंतु वह फांसी के फंदे तक नही पहुंचेगा । क्योंकि हमारे क़ानून के लचीलेपन का उसको लाभ मिलेगा और फ़िर एक निर्भया दुराचारी के हाथों कालकवलित होगी ।