भाजपा के संस्थापक सिपाही को भाजपा के कद्दावर कंधे सत्ता के मद में चूर होकर दूर रहे

सुनील योगी

बागली – पंडित दीनदयाल उपाध्याय की अंत्योदय परिकल्पना वाली भारतीय जनता पार्टी आज विपक्ष विचारधाराओं से पूरी तरह ओतप्रोत होकर अपने मातृत्व सिद्धांत भूल चुकी है। हाल ही में देवास जिले के भारतीय जनसंघ से लेकर भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर लोकतंत्र सेनानी रह चुके संतोष सोनी के निधन पर देवास जिले के चार विधायक एक जिला अध्यक्ष एक महामंत्री 7 मंडल अध्यक्ष और इससे अधिक कई पदाधिकारी संतोष सोनी के निधन पर सांत्वना देने तक नहीं पहुंचे। हालांकि जो पहुंचे वह निकटतम लोग थे। मुझे अच्छी तरह याद है। 1977 में बनी जनसंघ की साझा सरकार एवं भारतीय जनसंघ के भारतीय जनता पार्टी विलय तक और भारतीय जनता पार्टी की 1992 में बनी पहली सरकार उसके बाद 2003 में बनी शिवराज सरकार तक संतोष सोनी की आवश्यकता भारतीय जनता पार्टी को रीड की हड्डी के समान थी। वह पार्टी की रीढ़ रहे हैं। संगठन के धनी संतोष सोनी लोकतंत्र सेनानी भी रह चुके। बड़ी विडंबना यह है, कि इतनी बड़ी हस्ती के पंचतत्व में विलीन अवसर पर भाजपा के ब्रिगेडियर सिपाही सांत्वना देने तक नहीं पहुंचे। संतोष सोनी भारतीय जनता पार्टी के जिला पद से लेकर मंडल पद और कई समितियों में संगठन प्रमुख रहकर भाजपा को प्रतिदिन कड़ी मेहनत और पसीने से सीचंते आए ,तब जाकर यह कमल जिले में खिला है। भाजपा के कद्दावर नेता संतोष सोनी के निधन की खबर मिलते ही हाटपिपलिया बागली क्षेत्र में उनके चाहने वाले परिवारों में शोक छा गया। उनके साथ सभा साझा करने वाले वरिष्ठ अधिवक्ता प्रवीण चौधरी सूर्य प्रकाश गुप्ता राजेंद्र बज, विनोद बावेल, शैलेंद्र अग्रवाल, सुनील योगी ,मनोहर सिंह नायक ,डॉक्टर जगदीश शर्मा, रमेश चंद जायसवाल , संतोष वर्मा , अरुण जयसवाल चंद्रर पटेल, संजय जोशी, विजय सिंह शक्तावत ,और भी कई भाजपा के कद्दावर सिपाही उनके निधन की दुखद खबर से दुखी हैं। और उन सभी को बड़ा दुख इस बात से है, कि जिले में कई स्थानों पर खिला हुआ कमल उनके अंतिम दर्शन स्थल पर नहीं पहुंच पाया। गनीमत यह रही कि किसी चहेते द्वारा उनके अंतिम समय में भारतीय जनता पार्टी का झंडा उपलब्ध करा दिया वरना जिला भाजपा तो यह करने के मूड में भी नहीं है। नमन है । संतोष जी सोनी को जिन्होंने अपना सर्वस्व न्योछावर कर भारतीय जनता पार्टी के पूरे जिले में विधायक नगर परिषद अध्यक्ष जनपद अध्यक्ष सरपंच सहित कई बड़े पदों पर कमल खिलाने में मेहनत की हाटपिपलिया मेला समिति के संयोजक रह चुके संतोष सोनी की यादें बाकी है। राजनीतिक तंत्र कैलाश जोशी उन्हें हमेशा कार्यकर्ता कुंदन की उपाधि देते रहे हैं वह वास्तव में भाजपा के कुंदन( सोना) सिपाही रहे पूर्व शिक्षा मंत्री राज्य के बागली एवं हाटपिपलिया के पूर्व विधायक दीपक जोशी ने संतोष सोनी के निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए बताया कि मरणोपरांत ही सही लेकिन संतोष सोनी को पार्टी में सम्मान मिलना चाहिए।