मुंगावली जिला अशोकनगर
ग्रामीण बोले रोड़ नही तो वोट नही, आजादी के बाद से आज तक नही बनी सड़क
मुंगावली-जहाँ एक ओर निर्वाचन आयोग एवं प्रशासनिक अधिकारी आने वाली 28 नवंवर को अधिक से अधिक मतदान करने के लिये न केवल करोड़ों रूपये व्यय कर दिये हाें व दिन रात एक कर रहे हों। लेकिन मुंगावली विधान सभा के रिछा गांव के ग्रामीणों ने निर्वाचन आयोग को चुनौती देते हुये मतदान बहिष्कार करने के स्लोगन दीबारों पर लिखकर चिंता में अवश्य ड़ाल दिया। देखा जाये तो ग्रामीणों के द्वारा अपने घरों की दीबारों पर लिखा गया है कि रोड नही तो वोट नही। इस गांव के लोगों से जब बात की गई तो उनके द्वारा बताया गया कि आजादी के बाद से आज तक कई विधायक व सासंद तो हमारे द्वारा बता दिये गये पर आज तक इनके द्वारा हमारें गांव के लिये सड़क तक नही ड़लवाई गई। जिसके चलते लगभ्ग एक हजार आवादी वाले गांव के ग्रामीण नरकीय जीवन जीेनें को मजबूर हैं। इस गांव में जब मूलभूत सुविधाओं का जायजा लिया गया तो यहाँ जो स्थिति हैं वह सरकारों द्वारा बताये जाने वाले ऑकडों की कलई खोलतीं नजर आ रहीं हैं क्योंकि इस गांव मेें मूलभूत सुविधायें जैसे बिजली, पानी, सड़क के अलावा यहाँ शासन द्वारा दी जा रहीं योजनायें जैसे शौचालय निर्माण, पीएम आवास, सार्वजनिक वितरण प्रणाली के बारे में देखा तो सिर्फ या रस्म अदायगी की जा रही है व अधिकांश योजनायें कागजों में ही संचालित हो रही है।
प्रशासनिक अधिकारियों के लिये चुनौती-
इस गांव के ग्रामीणों की बतें सुनने के बाद तो यही कहा जा सकता है कि 28 नवंवर को मतदान के दिन प्रशासनिक अधिकारियों के लिये इस गांव में मतदान कराना काफी चुनौतीपूर्ण दिखाई दे रहा है। क्योंकि इस गांव के बुजुर्गो का कहना है कि रिछा गांव में कोई सुविधा न होने के कारण कोई भी व्यक्ति हमारे यहाँ सबंध लेकर नही आता जिसके चलते आज भी हमारे लड़के ंकुंआरेही घुम रहे हैं। इसलिये हम लोगों ने यह निर्णय लिया है कि जब तक रोड़ नही बनेगा वोट नही करेगें। क्योंकि यहाँ अधिकारी व नेता सिर्फ चुनाव के समय ही आते हैं इसके बाद कोई व्यक्ति हम लोगों की सुध लेने नही आता है।
NDTV18 LIVE NEWS से इकबाल जमीदार की खास रिपोर्ट