मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश की सीमा से अपहृत दो जुड़वा मासूम श्रेयांश और प्रियांश की हत्या के बाद भाजपा जो कर रही है उसे राजनीति नही बल्कि मानसिक दिव्यांगता और जनता को मूर्ख समझने व बनाने का दुस्साहस कहते हैं।
उत्तरप्रदेश में तेल का व्यापार करने वाले उत्तरप्रदेश के चित्रकूट जिले के करबी थाना क्षेत्र के निवासी बृजेश रावत के दो मासूमों का अपहरण उत्तरप्रदेश के बदमाशों द्वारा किया गया, अपहरण के बाद मासूमों को उत्तरप्रदेश में ही रखा गया, फिरौती के सभी फोन भी उत्तरप्रदेश से ही आये और फिर उत्तरप्रदेश में ही दोनों मासूमों की हत्या की गई, उत्तरप्रदेश के बबेरू क्षेत्र से दोनों मासूमों का शव भी बरामद हुआ।
इस पूरी घटना में मध्यप्रदेश का जुड़ाव सिर्फ इतना था कि दोनों बच्चे उत्तरप्रदेश से सटे सतना जिले के चित्रकूट के सदगुरू पब्लिक स्कूल में पढ़ते थे।
घटना उत्तरप्रदेश व मध्यप्रदेश की सीमा पर होने की वजह से जो भी तलाशी अभियान चलाया गया वह भी उत्तरप्रदेश व मध्यप्रदेश पुलिस का संयुक्त अभियान था।
आरोपियों के नाम इस प्रकार हैं :-
1. राजू द्विवेदी पुत्र राकेश कुमार द्विवेदी निवासी भवुआ अंस थाना बबेरू जिला बांदा उत्तर प्रदेश।
2. पदम शुक्ला पुत्र रामकरण शुक्ला उम्र 22 वर्ष निवासी जानकीकुण्ड रघुवीर मंदिर के सामने थाना नयागांव चित्रकूट।
3. लकी सिंह तोमर पुत्र सतेन्द्र सिंह तोमर निवासी ग्राम तेदुरा थाना विसण्डा जिला बांदा उत्तर प्रदेश।
4. रोहित द्विवेदी पुत्र बृहम्मदत्त द्विवेदी उम्र 24 वर्ष निवासी भवुआ अंस थाना बबेरू जिला बांदा उत्तर प्रदेश।
5. रामकेश यादव पिता रामेशरण यादव उम्र 26 वर्ष निवासी छेरा जिला बांदा उत्तर प्रदेश।
6. पिन्टू उर्फ पिन्टा पिता रामस्वरूप यादव उम्र 23 वर्ष निवासी गुरदहा जिला हमीरपुर उत्तर प्रदेश।
गौरतलब यह है कि अपहरण में अपराधियों ने जिस गाड़ी का उपयोग किया वह बजरंग दल की थी और उस पर बीजेपी का झण्डा लगा था। आरोपियों के फ़ेसबुक और सोशल मीडिया अकाउंट से भाजपा से संबद्धता भी प्रमाणित हो चुकी है।
अब बात मुद्दे की –
—यूपी में, यूपी के बच्चों की हत्या, यूपी के आरोपी, यूपी में लाश बरामद, फ़रियादी यूपी के निवासी, यूपी की पुलिस भी विफल…लेकिन यूपी की भाजपा सरकार ना तो दोषी है और ना ही भाजपा सरकार से कोई सवाल किया जायेगा..?
—मप्र के भाजपा नेता कांग्रेस सरकार से सवाल कर रहे हैं पर अपराध करने वालों के भाजपा से संबन्ध पर मौन हैं, यूपी की बीजेपी सरकार पर मौन हैं..?
ये राजनीति का कौन सा रूप है जहाँ एक दल से संबद्ध कुछ आरोपियों ने हत्या की और उसी दल के लोग प्रदर्शन और आंदोलन कर जनता की आँखों में धूल झोंकने का दुस्साहस कर रहे हैं..? ये राजनीति नही बल्कि बेशर्मी और फूहड़ता है…प्रदर्शन ही करना है तो उन भाजपाईयों के घर जाकर करो जो इस हत्याकांड के मुख्य अभियुक्त हैं।
और हाँ…योगी सरकार से कोई सवाल मत कर लेना, मरना-मारना तो उनकी सरकार का सर्वप्रिय पेशा जो है।
(चित्रकूट का एक व्यथित पिता)