मंदसौर। मंदसौर में बुधवार सुबह लगभग 11 बजे गीता भवन अंडरब्रिज के पास चाय की होटल के बाहर खड़े होकर पानी पी रहे आरएसएस के पूर्व विभाग शारीरिक प्रमुख और विहिप के विभाग सह मंत्री युवराजसिंह चौहान की हत्या कर दी गई। उन्हें बाइक सवार तीन बदमाशों ने पहले पीछे से सिर में एक गोली मारी। नीचे गिरने के बाद मोटरसाइकिल से उतरकर आए एक बदमाश ने सीने पर भी गोली मारी। मौके से पुलिस को दो खोल मिले हैं। युवराजसिंह चौहान मंदसौर में एसआरएम केबल नेटवर्क का संचालन करते थे। हत्या की एक वजह केबल वॉर भी बताई जा रही है। पुलिस ने तीनों शूटरों की पहचान कर ली है पर अभी नाम नहीं बताए जा रहे हैं। वहीं, मामले में कुछ संदिग्धों को भी उठाया है।
एसपी हितेश चौधरी ने दोपहर लगभग 12 बजे घटनास्थल का मौका मुआयना किया। जिला अस्पताल और उसके आस-पास के क्षेत्र में पुलिस सुरक्षा भी बढ़ा दी गई। दोपहर में पीएम के बाद शव परिजन को सौंप दिया गया। अब 10 अक्टूबर को सुबह अंतिम संस्कार होगा। शाम को उज्जैन आईजी राकेश गुप्ता, रतलाम डीआईजी गौरव राजपूत भी मंदसौर पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण किया। बाद मंे अधिकारियों के साथ बैठक भी की। आईजी राकेश गुप्ता ने बताया कि अभी पहली नजर में केबल वॉर का ही लग रहा है। पुलिस की जांच जारी है। संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है।
युवराज सिंह चौहान कुख्यात हिस्ट्रीशीटर सुधाकर राव मराठा से भी सम्बन्ध
वही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मनोकामना प्रसाद के अनुसार मामला मछली करोबार से भी जुड़ा है । युवराज कुख्यात हिस्ट्रीशीटर सुधाकर राव मराठा के लिए काम करता था । इन्दौर में हुऐ संदीप तेल हत्याकांड में युवराज का नाम आने पर तीन माह फरारी भी काटी थी ।