भोपाल से सैयद ख़ालिद कैस @9009217594

भोपाल –कल मप्र विधानसभा 2018 के परिणाम सबके लिए आश्चर्यजनक रहे । शिवराज विरोधी लहर और कॉंग्रेस की मेहनत का जो नतीजा आया वह संतोषजनक नही रहा । जनता जनार्दन ने जहाँ शिवराज सरकार के 13मंत्रियो सहित दर्जनों विधायको को नकार दिया , वहीं कॉंग्रेस के कई दिग्गज भी निपट गए । नेता प्रतिपक्ष एव विन्ध्य के कद्दावर नेता पूर्व मुख्यमन्त्री अर्जुन सिंह के पुत्र की हार कई मायने मेँ अहम है ।किंग मेकर माने

वाले अजय सिंह राहुल भैया की हार की वास्तविक समीक्षा ज़रूरी है । खैर ! इस बार भाजपा का मिथक तोड़ने हुए राजधानी भोपाल की सातों सीटों पर कॉंग्रेस का प्रदर्शन सराहनीय रहा , काफ़ी मेहनत और हिकमत अमली का नतीजा है कि 6-1 की परम्परा को तोड़कर अबकी कॉंग्रेस ने भाजपा से उत्तर सहित मध्य एवं दक्षिण पश्चिम सीटों को भाजपा से छीन लिया ।  मध्य से जहाँ ज़िला भाजपा अध्यक्ष एवं निवर्तमान विधायक सुरेन्द्र नाथ मम्मा को 15 हज़ार से अधिक वोटों से शिकस्त देकर कॉंग्रेस के युवा तरूणाई एवं पूर्व प्रदेश प्रवक्ता आरिफ़ मसूद ने फतह हासिल की तो दूसरी और राजस्व मन्त्री उमाशंकर गुप्ता के अहंकार को चकनाचूर करके पूर्व विधायक एवं कॉंग्रेस महामंत्री पीसी शर्मा ने 3000 से अधिक वोटों से जीत हासिल की है । कमलनाथ ने राज्यपाल को चिट्टी लिखकर मिलने के लिए समय चाहा है वहीं विधायक दल की आज शाम बैठक होगी ।

कॉंग्रेस के पास 114 सीट 02 की जरूरत

कॉंग्रेस सरकार को स्पष्ट बहुमत नही मिलने के बाद अब कॉंग्रेस को मात्र 02 सीटों की दरकार है , समाजवादी एवं बहुजन समाज पार्टी के समर्थन से सरकार बनने के रास्ते निकल आएंगे , परन्तु सत्ता की भूखी भाजपा की नीयत पर कॉंग्रेस को विश्वास नही है ।

शिवराज सरकार के 13 मंत्री हारे

1 मंत्री अंतर सिंह आर्य (सेंधवा विधानसभा)
2 ओम प्रकाश धुर्वे (डिंडौरी)
3 ललिता यादव (छतरपुर )
4 दीपक जोशी (हाटपिपलिया)
5 जयभान सिंह पावैया (ग्वालियर)
6 नारायण सिंह कुशवाहा (ग्वालियर)
7 रुस्तम सिंह (मुरैना)
8 उमा शंकर गुप्ता भोपाल (दक्षिण पश्चिम)
9 अर्चना चिटनिस (बुरहानपुर)
10 मंत्री शरद जैन (जबलपुर)
11 जयंत मलैया ( दमोह)
12 बालकृष्ण पाटीदार, खरगोन
13 लाल सिंह आर्य, गोहद