पीड़ित पत्रकार महफूज खान के साथ दुर्व्यवहार, व फ़ोन से महत्वपूर्ण दस्तावेज़ डिलीट करने की आरोप पर एडीजी जोन शहडोल से महफूज खान ने की शिकायत।
शहडोल। जिले में पत्रकारिता पर पुलिस इतनी हावी हो चुकी है कि निष्पक्ष पत्रकारिता करना किसी भी पत्रकार के लिए गुनाह साबित होने लगा है। ऐसे शहडोल जिले में एक मामला प्रतीत हुआ है कि शहडोल जिले के क्रांतिकारी और निष्पक्ष पत्रकार महफूज खान के खिलाफ थाना बुढार की पुलिस ने सुनियोजित तरीके से फर्जी अपराध पंजीबद्ध करते हुए पत्रकार श्री खान के निज निवास से सुबह 4:00 बजे गिरफ्तार किया गया। विरासत के दौरान दोपहर 2:00 साइबर प्रभारी (एएसआई.एम) अमित दीक्षित के द्वारा प्रताड़ित करते हुए विवेचना के दौरान पूछताछ किया गया व पीड़ित पत्रकार महफूज खान के दोनों मोबाइल पर पत्रकारिता से संबंधित जो गोपनीय दस्तावेज के रिकॉर्ड फोल्डर बनाकर फोन में रखे गए थे उस डेटा को डिलीट कर दिया गया। उसके पश्चात बुढार थाना से संबंधित पीड़ित पत्रकार के द्वारा जो दस्तावेज तैयार किए गए थे उस दस्तावेज को साइबर प्रभारी अमित दीक्षित के द्वारा मोबाइल से खंगाले गए खंगाल ते हुए उस दस्तावेज को मोबाइल से डिलीट कर दिया गया जिसमें पीड़ित पत्रकार के गोपनीय चीज एवं मूल प्रमाणित चीजें का डाटा हटाने से पत्रकार के लिए काफी मुश्किल बढ़ गई है। उसके पश्चात अखबार से संबंधित जनसंपर्क संचालनालय के कुछ गाइडलाइंस एवं फोन में महत्वपूर्ण दस्तावेज रखे गए थे जिसे साइबर प्रभारी अमित दीक्षित एवं बुढार पुलिस के द्वारा हटाए जाने से पत्रकार श्री खान को काफी क्षति और आहत हुई है। उसके पश्चात बुढार थाने में हिरासत के दौरान पत्रकार के साथ अमित दीक्षित के द्वारा अमर्यादित शब्दों का प्रयोग करते हुए दुर्व्यवहार किया गया एवं अश्लील शब्दों से गाली गलौज करते हुए उन्हें पुनः दोबारा किसी झूठे मामले में फंसाने की धमकी गई।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक पुलिस महा निरीक्षक जो शहडोल से पीड़ित पत्रकार ने की शिकायत।
पत्रकार महफूज खान के द्वारा आज अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक पुलिस महानिरीक्षक जोन शहडोल के पास स्वयं पर बीती हुई बात एवं फोन से डिलीट किए डाटा व पुनः दोबारा झूठे केस में फंसाने की धमकी देने के संबंध में शहडोल जिला पुलिस के साइबर प्रभारी (एएसआई.एम) श्री अमित दीक्षित के खिलाफ एडीजी महोदय के समक्ष पेश होकर गंभीर आरोप लगाकर शिकायत दर्ज कराई गई है, जिसके संबंध में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक द्वारा आश्वस्त किया गया है कि इसकी निष्पक्ष जांच कराते हुए न्याय दिलाने की कार्रवाई की जावेगी।
अमित दीक्षित का आरोप निराधार
साइबर प्रभारी अमित दीक्षित के द्वारा आरोप लगाया गया है कि हिरासत के दौरान पीड़ित पत्रकार वह आरोपी ने मेरे साथ बदतमीजी की है जिस के संबंध में पीड़ित पत्रकार ने कहा कि अमित दीक्षित के द्वारा उन्हें झूठे मामले में फंसाने की धमकी स्वयं दी गई है साथ ही उनके महत्वपूर्ण दस्तावेजों के मोबाइल से डिलीट किए गए हैं एवं उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया है उसके पश्चात थाना प्रभारी कक्ष थाना बुढार से सीसीटीवी फुटेज निकलवाई जाए जिससे पूरी सच्चाई सामने आ जाएगी और दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा।
पूर्व से विवाद में रहे अमित दीक्षित जिनकी इंदौर में पदस्थ के दौरान चल रही विभागीय जांच
सायबर प्रभारी अमित दीक्षित पूर्व पदस्थापना इंदौर जिले के क्राइम ब्रांच एवं स्पेशल टास्क फोर्स में जब पदस्थ रहे हैं तभी से विवादित चेहरे के रूप में चर्चाएं में मारूफ रहे हैं। स्पेशल टास्क फोर्स इंदौर एवं क्राइम ब्रांच में पदस्थापना के दौरान इन्होंने किसी मामले में गड़बड़झाला किया था जिसमें इनके खिलाफ एडीजी एसटीएफ भोपाल विपिन महेश्वरी के द्वारा इनकी विभागीय जांच कराई जा रही है जिसमें उनके द्वारा कई बेगुनाहों को गुनाहगार बनाया गया है।