जयपुर रेल वे स्टेशन विस्तार सेवाएं राजस्थान के विकास में गति – कैलाश चंद्र कौशिक
जयपुर। जयपुर महानगर की (नगर निगम हेरिटेज और ग्रेटर) आबादी लगतार बढ़ती जा रही है. आबादी का सबसे ज्यादा दबाव पब्लिक ट्रांसपोर्ट में रेलवे पर पड़ रहा है । अकेले जयपुर जंक्शन से ही रोजाना एक से डेढ़ लाख लोग रेल में सफर कर रहे हैं, मुश्किल ये है कि फैलते महानगर के चलते अकेला जयपुर जंक्शन (Jaipur Junction) सबसे ज्यादा दबाव झेल रहा है । इसी का समाधान निकालने के लिए अब खातीपुरा रेलवे स्टेशन (Khatipura Railway Station) को पूरी तरह से तैयार कर दिया गया है. यह जयपुर जंक्शन का लगभग आधा कार्य भार कम कर दे
जयपुर का दूसरा सबसे बड़ा जंक्शन बना खातीपुरा ( इंद्रा गांधी नगर सेक्टर – 5) उत्तर पश्चिम रेलवे के सीपीआरओ कैप्टन शशि किरण ने बताया कि जयपुर में अब कुल 5 रेलवे स्टेशन हो गए हैं। पहला जयपुर जंक्शन, दूसरा ढेहर का बालाजी, तीसरा दुर्गापुरा रेलवे स्टेशन, चौथा गांधीनगर रेलवे स्टेशन और पांचवा खातीपुरा रेलवे स्टेशन, लेकिन सबसे बड़े रेलवे स्टेशन तौर पर जयपुर जंक्शन और खातीपुरा का नंबर आता है।
जयपुर महानगर की आबादी लगातार बढ़ रही है. पूरे प्रदेश से लोग यहां आकर अपना काम धंधा करते हैं और बाद में उनमें से अधिकतर यहीं बस जाते हैं। जयपुर में सबसे बड़ा जंक्शन जयपुर जंक्शन है. लेकिन सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन होने के बावजूद भी पूरे जयपुर के यात्रियों का भार
अकेले नहीं उठा पा रहा । इसी के समाधान के लिए जयपुर जंक्शन से लगभग 20किलोमीटर दूर खातीपुरा रेलवे स्टेशन को रि-डवलप किया गया है।ये रेलवे स्टेशन अब बनकर तैयार होने जा रहा है। जनवरी में इसके सभी ट्रैक से ट्रेनें दौड़ने लगेंगी।
अजमेर, जोधपुर, बीकानेर और उदयपुर जाने वाली ट्रेनें संचालित होंगी। जगतपुरा के बाद,
खातीपुरा रेलवे स्टेशन पहले से चल रहा था, लेकिन यहां पहले बहुत कम ट्रेनों का ठहराव था। लेकिन अब यहां 8 रेलवे ट्रैक बनाए गए हैं ।अब खातीपुरा से अजमेर, जोधपुर, बीकानेर और उदयपुर जाने वाले ट्रेनें संचालित होंगी, यानि इन शहरों को जाने वाले यात्रियों को अब खातीपुरा से जयपुर जंक्शन आने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इसके अलावा जो ट्रेनें 12 से 15 घंटे जयपुर जंक्शन पर हॉल्ट करती हैं वे भी अब खातीपुरा स्टेशन पर ठहरना शुरू केंद्रीय मंत्री के उद्घाटन समारोह के उपरांत ही हो सकेगा।