@सैयद ख़ालिद कैस -8770806210

भोपाल।  भोपाल के छोटे तालाब के खटलापुरा घाट पर नाव टूटने से हुऐ हादसे में प्रथम दृष्टि में ज़िला प्रशासन की लापरवाही उजागर होती है । ज़िला प्रशासन की ज़रा सी चूक ने कितने घरों के चिराग एक पल में बुझा दिए । कल की घटना ने शीतल दास की बगिया की घटना को पुनः याद दिला दिया । जिसमें कई घरों के चिराग एक साथ हमेशा के लिए बुझ गए थे । राज्य सरकार ने लाख न्यायिक जाँच की घोषणा के साथ मृतकों को 4-4लाख रूपए की आर्थिक सहायता की घोषणा कर दी हो , परन्तु इससे उन परिवारों के ज़ख्म नही मिटेंगे जिन्होने एक पल में अपने लालों को खो दिया । राज्य सरकार जब तक दोषियों को दण्डित नही करती इन जख्मों से लहू रिसता रहेगा ।
मालूम हो कि मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में अनंत चतुदर्शी के अवसर पर गणपति प्रतिमा विसर्जन के दौरान नाव पलट गई। इस हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई। नाव में कुल 18 लोग मौजूद थे। हादसे का शिकार हुए 5 लोगों को बचा लिया गया है। शेष लापता हैं। हादसा भोपाल की मशहूर छोटी झील के खटलापुरा घाट पर नाव पलटने से हुआ।

11 शव मिले, शेष लापता

जिस नाव में मूर्ति विसर्जित करने के लिए झील में उतारी गई थी, वह नाव काफी छोटी थी जबकि मूर्ति काफी बड़ी थी। मूर्ति विसर्जन के लिए पानी में उतारने के दौरान नाव एक तरफ झुक गई और पलट गई। इस दौरान नाव में सवार श्रद्धालु मूर्ति के नीचे आ गए। अब तक 11 लोगों के शव निकाले जा चुके हैं। बाकी लापता लोगों की तलाश जारी है। यहाँ प्रशासन की भूल उजागर होती है । जब नाव छोटी थी तो बड़ी प्रतिमा को रखना ही नही था । क्षमता से अधिक भार सहन नही करने से नाव का टूटना और मूर्ति संग पानी में मृतकों का डूबकर मर जाना इस और इशारा करता है कि प्रथम दृष्टित: यह प्रशासन की भूल है ।

सरकार ने मुआवजा का ऐलान किया

खटलापुरा घाट के पास शुक्रवार 13 सितम्बर 2019 की सुबह साढ़े चार बजे यह घटना हुई। घटना की जानकारी मिलते ही प्रदेश के जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि हादसे की जांच होगी। उन्होंने कहा कि मृतकों के परिवारों को सरकार की ओर से चार लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा।

जैसे ही हादसे का पता चला तो स्थानीय  प्रशासन के साथ-साथ एसडीआरएफ की टीम भी लोगों का रेस्क्यू करने में लगी हुई थी। जिन लोगों की मौत हुई है वह पिपलानी के 1100 क्वार्टर के रहने वाले थे। घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन के लोग मौके पर पहुंच गए और रेस्क्यू का काम शुरू कर दिया गया। रेस्क्यू ऑपरेशन कर एसडीआरएफ की टीम ने पांच लोगों को बचा लिया। प्रदेश के मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि जांच में पता चलेगा कि यह घटना कैसे हुई। उन्होंने हादसे को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया।

न्यूज़ हंट मीडिया एंड पब्लिकेशन्स सहित अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति भारत की और से इस घटना में शिकार हुऐ सभी मृतकों को श्रद्धांजलि ।