दुर्ग. छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित कथित 36 हजार करोड़ रुपये के नान (नागरिक आपूर्ति निगम) घोटाला मामले में नए सिरे से जांच के लिए गठित एसआईटी ने कार्रवाई तेज कर दी है. मामले में रविवार को ईओडब्ल्यू की टीम ने अकाउंट ऑफिसर चिंतामणि चंद्राकर को हिरासत में लिया है. चिंतामणि चंद्राकर से ईओडब्ल्यू की टीम पूछताछ कर रही है. बीते अगस्त माह में ईओडब्ल्यू की टीम ने चिंतामणि के ठिकानों पर छापेमारी की थी।
इसमें करोड़ों रुपये के लेनदेन का मामला सामने आया था.
छत्तीसगढ़ ईओडब्ल्यू के एडीजी जीपी सिंह ने मीडिया को बताया कि चिंतामणि चंद्राकर को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. हालांकि खबर है कि चिंतामणि चंद्राकर के साथ उनकी पत्नी को भी हिरासत में लिया गया है. ईओडब्ल्यू की टीम बुधवार की सुबह उनके दुर्ग जिले के आदर्श नगर स्थित आवास पहुंची, जहां से उन्हें पकड़ा गया. बता दें, फरवरी 2015 में जब नान घोटाला उजागर हुआ था, तब चिंतामणि नान के रायपुर दफ्तर में अकाउंट ऑफिसर थे.
बता दें कि साल 2015 में जब नान के दफ्तरों में छापेमारी की गई थी, तब एसीबी ने एक लाल डायरी बरामद की थी. इसमें सीएम साहब के कोड वर्ड पर पैसे देने की बात लिखी थी. बीजेपी तब से सीएम को चिंतामणि चंद्राकर मान रही है. जबकि कांग्रेस सीएम कोड वर्ड को तब के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से जोड़ती रही है. ऐसे में अब हिरासत में चिंतामणि को लिए जाने के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि नान मामले में असली ‘सीएम साहब’ का खुलासा हो सकेगा।