भोपाल : 13 सितम्बर,2019
शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य के लिये खेल सबसे अच्छा साधन है। जीवन में खेल का भी उतना ही महत्व है जितना पढ़ाई का। खेल जीवन में अनुशासन, सहयोग, सद्भाव और आपसी सहयोग की शिक्षा देते हैं। यह बात स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने प्रकाश तरूण पुष्कर तुलसी नगर में 65वीं राज्य स्तरीय शालेय खेल प्रतियोगिता के उद्धाटन अवसर पर कही। उन्होंने कहा कि सभी बच्चों को अपनी दिनचर्या में खेलों को समावेश करना चाहिए। उन्होंने सभी बच्चों को शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि खेल में भाग लेना महत्वपूर्ण है हार-जीत नहीं। स्कूल शिक्षा मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार खेलों को बढ़ावा देने और खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिये संकल्पित है। यही बच्चे आगे जाकर प्रदेश और देश का नाम रोशन करेंगे।
इस अवसर पर जनसम्पर्क मंत्री श्री पी.सी. शर्मा ने कहा कि पढ़ाई के साथ खेल-कूद का भी महत्वपूर्ण स्थान है। सभी बच्चे खेल-कूद में बढ़-चढ़ कर भाग लें। टीम भावना जीवन की कई चुनौतियों को आसान बना देती है। उन्होंनें कहा कि सरकार पढ़ाई के साथ-साथ खेलों के लिये भी बेहतर सुविधाएँ दे रही है।
आयुक्त लोक शिक्षण श्रीमती जयश्री कियावत ने कहा कि खेल जिन्दगी को जीने का तरीका सिखाते हैं। खेल से व्यक्ति एकाग्रचित, समय का पाबंद एवं स्वस्थ रहता है। उन्होंने जीवन में कठोर परिश्रम और सतत् अभ्यास की महत्ता प्रतिपादित करते हुए कहा कि किसी भी खेल का जितना ज्यादा अभ्यास किया जायेगा उतनी ही प्रवीणता प्राप्त होगी।
खिलाड़ियों को नियम एवं विधि के अनुसार खेल भावना के साथ खेलने की शपथ दिलायी गयी। 400 मीटर फ्री स्टाईल तैराकी के साथ प्रतियोगिता का शुभारंभ हुआ। 65वीं राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता 13 सितम्बर से 17 सितम्बर तक चलेगी। जिसमें तैराकी, वॉटर पोलो, तलवारबाजी और रोप स्किपिंग की प्रतियोगिताएँ आयोजित की जायेगी। प्रतियोगिता में प्रदेश के 8 संभागों के अतिरिक्त आदिवासी विकास विभाग दल के 490 छात्राएँ और 565 छात्र भाग लेंगे।