ज़िला कांग्रेस कमेटी की घोषणा के बाद बढ़ता असंतोष:बिखराव की और कांग्रेस का कुनबा

भोपाल। प्रदेश में आज एक लोकसभा ओर तीन विधानसभा सीटों का चुनाव हो रहा है। आगामी माह में नगर पंचायतों के चुनाव और फिर नगरीय निकाय चुनाव की दस्तक के बीच गत दिनों ज़िला कांग्रेस कमेटी भोपाल के जिला अध्यक्ष कैलाश मिश्र ने अपने साढ़े चार साल के(बिना कमेटी घोषित किए) कार्यकाल के बाद जिला कांग्रेस के लिए जंबो जेट कमेटी की घोषणा की। घोषणा के बाद से ही पनपा असंतोष अब खुलकर सामने आने लगा है।
स्थानीय नेताओं का आरोप है कि इस सूची में कैलाश मिश्र द्वारा ऐसे लोगों को भी शामिल किया गया है जिनका कोई जनाधार नहीं है और वह अपने आकाओं के बलबूते स्थान हासिल किए हैं।वही कई नेताओं का आरोप है कि श्री मिश्र द्वारा पक्षपात पूर्ण कारवाही कर पात्र लोगों को वंचित किया है।
इसी क्रम में कल मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री वरिष्ठ कांग्रेस नेता महेंद्र सिंह चौहान ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी में अपने समर्थकों के साथ मोर्चा संभाला। श्री चौहान और उनके समर्थकों का आरोप है की कैलाश मिश्रा ने नरेला विधानसभा के नेता और अपने दामाद मनोज शुक्ला के हस्तक्षेप के कारण नरेला में घोषित ब्लॉक अध्यक्षों में चौहान के समर्थको को दरकिनार किया है। विरोध के स्वर यही तक सीमित नहीं हैं। हुजूर विधानसभा में कैलाश मिश्रा ने केंद्रीय मंत्री सिंधिया के कट्टर समर्थक फूलनछाप कांग्रेसी के समर्थको को अपनी कमेटी में ऊंचा स्थान दिया है। गांधी नगर के स्थानीय नेताओं का आरोप है कि जिस व्यक्ति के कारण पिछले 15वर्षो से गांधी नगर क्षेत्र से कांग्रेस का सूपड़ा साफ हुआ है कैलाश मिश्र ने उसको ओर उसके समर्थकों को कमेटी में स्थान देकर आने वाले समय में हुजूर विधानसभा क्षेत्र के वार्ड 1,2,3,4 के कर्मठ कार्यकर्ताओं पर कुठाराघात किया है। एक स्थानीय नेता का आरोप है की अमुक नेता जिसकी घनिष्ठता केंद्रीय मंत्री सिंधिया से कांग्रेस छोड़ने से पूर्व से जग जाहिर है,तथा सिंधिया के साथ भाजपा में जाने की घोषणा करने वाला  नेता आज भी सिंधिया के भक्ति से उबरा नही है उसको ओर उसके ऐसे समर्थको को जिला कमेटी में स्थान दिया गया है जिनके कारण गांधी नगर से लेकर लालाघाटी तक कांग्रेस को सिवाए नुकसान के कुछ हासिल नहीं हुआ और आगे भी सिवाए नुकसान के कुछ हासिल नहीं होगा को जिम्मेदारी देना हास्यास्पद है। स्थानीय नेताओं का यह भी आरोप है की वार्ड नंबर 1 से कैलाश मिश्र अपने पुत्र को उतार रहे हैं जिनकी दावेदारी को कायम रखने के लिए गांधी नगर के क्षेत्र में निष्क्रिय लोगों को स्थान देने से आने वाले नगर निगम चुनाव में कांग्रेस का सूपड़ा साफ होने से कोई नहीं रोक सकता है।

जिला कांग्रेस अध्यक्ष कैलाश मिश्रा की कमेटी से वंचित ऐसे सैकड़ों लोग हैं जो स्थानीय स्तर पर श्री मिश्र की परछाई की भांति उनके साथ रहे परंतु वंचित रहने से वह भी दबी जुबान में वह अपना विरोध दर्ज करा रहें हैं।

इस सूची में शामिल ऐसे भी कुछ नाम है जो भाजपा का दामन थाम चुके हैं ओर उनको सूची में शामिल किया गया है। वर्तमान समय में उपजा असंतोष कांग्रेस के लिए शुभ संदेश नही है। यहां तक कि कांग्रेस का एक धड़ा कैलाश मिश्रा का दामन ही नही बल्कि कोंग्रेस से भी अलविदा कहने की तैयारी में है। इस कमेटी के असरात आने वाले समय में नजर आयेंगे जो संभावता कांग्रेस के ताबूत में आखिरी कील साबित हों।