मुख्यमंत्री शिवराज नाराज सिंधिया समर्थक दो मंत्रियों की कार्यशैली से खपा: डॉ. प्रभुराम चौधरी एवं महेंद्र सिंह सिसौदिया के बदले जा सकते विभाग
पंकज पाराशर छतरपुर
भोपाल । कोरोना के संक्रमण के विकट काल के बीच शिवराज मंत्रिमंडल में दो बड़े विभागों के मंत्री डा. प्रभुराम चौधरी और महेन्द्र सिंह सिसौदिया के विभाग बदले जा सकते हैं। श्रीमंत ज्योतिरादित्य सिंधिया के खास समर्थकों में शुमार इन मंत्रीद्वय के तौर-तरीकों और कार्यशैली को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बेहद नाराज हैं। सीएम के करीबी सूत्रों का कहना है कि, इन मंत्रीद्वय की गतिविधियों से इन दिनों शिवराज सरकार की क्षमताओं के साथ मुख्यमंत्री की स्वच्छ एवं पारदर्शी सुशासन देने की नीयत और दावों पर सवाल उठ रहे हैं और मुख्यमंत्री को यह सब बर्दाश्त नहीं हो रहा है, इसीलिए भी मुख्यमंत्री इन मंत्रीद्वय के विभाग बदलना चाहते हैं। सिंधिया समर्थक एवं शिवराज सरकार में स्वास्थ्य मंत्री डा. प्रभुराम चौधरी, तब अपनी कार्यशैली को लेकर विवादों में आए, जब उन्होंने मंत्री पद की शपथ लेने के कुछ दिन बाद ही अपनी पत्नी को नियमों और तमाम दूसरे अफसरों की वरियता को दरकिनार कर स्वास्थ्य महकमे में ज्वाइंट डायरेक्टर बना दिया था। यह मामला तब खूब सुर्खियों में रहा। इसके बाद पिछले एक महीने में कोरोना के विकट संकट काल में बतौर स्वास्थ्य मंत्री डा. प्रभुराम चौधरी पूरी तरह फेलुअर साबित हुए हैं। उनकी जगह कोरोना के संक्रमण से निपटने के लिए खुद मुख्यमंत्री को मैदान में मोर्चा संभालना पड़ा है। बताते हैं कि, इस वजह से मुख्यमंत्री, डा. प्रभुराम चौधरी से नाराज हैं और वे उनका विभाग को बदलना चाहते हैं।
महेन्द्र सिंह सिसौदिया से भी नाराज
सीएम सचिवालय के सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री इसी तरह सिंधिया समर्थक और सरकार में पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेन्द्र सिंह सिसौदिया का भी विभाग बदलना चाहते हैं। मुख्यमंत्री, मंत्री सिसौदिया से प्रदेश के सरकारी स्कूलों में बच्चों को 285 करोड़ रुपए का सूखा राशन (दाल-तेल) और चिक्की बांटने में अपनाई गई गड़बड़ प्रक्रिया से बेहद नाराज हैं। बताते हैं कि, इसी वजह से महकमे के एसीएस मनोज श्रीवास्तव को रिटायरमेंट के 20 दिन पहले ही पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग से हटा दिया गया। इस मामले में सीएम को बड़ी गड़बड़ियां होने की शिकायतें मिली थीं।
नये विभाग देने की कवायद
राज्य मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार इन मंत्रीद्वय के विभाग बदलना लगभग तय हो गया है। लेकिन इन्हें नए कौनसे विभाग दिए जाएं, इस पर मंथन हो रहा है। इनके विभाग बदलने के पहले मुख्यमंत्री इस बारे में श्रीमंत सिंधिया को भी भरोसे में लेना चाहते हैं।