भोपाल। भाजपा द्वारा घोषित किए गए विश्व के सबसे बड़े कार्यकर्ता सम्मेलन में एससी/एसटी एक्ट के विरोधियों की दहशत साफ नजर आ रही है। 25 सितम्बर को मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में आहूत कार्यकर्ता महाकुंभ में काला रंग प्रतिबंधित कर दिया गया है। पुलिस हर आने वाले की तलाशी लेगी, कहीं जेब में काला कपड़ा तो नहीं। काली साड़ी, काले दुपट्टे, पुरुषों के काले कपड़े और इस तरह की तमाम संभावित काली चीज जाने वालों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। ऐसे अवसरों पर अक्सर रोड-शो अपने आप ही हो जाया करते हैं परंतु पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह का रोड-शो नहीं होगा। वो हवाई मार्ग से सीधे कार्यक्रम स्थल के नजदीक उतरेंगे और पुलिस की कड़ी सुरक्षा में कार्यक्रम स्थल तक जाएंगे।         भाजपा के नेता काले रंग से इस हद तक डरे हुए हैं कि सम्मेलन की तमाम तैयारियों के बीच कार्यकर्ताओं को बार-बार ताकीद दी जा रही है कि वो काले कपड़े पहनकर ना आएं। गेट पर तैनात गार्ड्स को भी समझा दिया गया है कि अगर कोई कार्यकर्ता काले कपड़े पहनकर आया तो उसे अंदर नहीं घुसने दें। दावा किया जा रहा है कि यह विश्व का सबसे बड़ा कार्यकर्ता सम्मेलन होगा। तैयारी की समीक्षा खुद मुख्यमंत्री कर रहे हैं। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल भी शुक्रवार को यहां आए और व्यवस्था का जायजा लिया। महाकुंभ में आने वाले कार्यकर्ताओं का ऑनलाइन और ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है। 17 सितम्बर से मंडल स्तर और बूथ स्तर पर अभियान चल रहा है, जो 24 सितम्बर तक चलेगा।

मोदी और शाह भोपाल की सड़कों पर आएंगे ही नहीं

जंबूरी मैदान में पीएम नरेंद्र मोदी को सीधे हेलिकॉप्टर से उतारने के इंतजाम किए जा रहे हैं। राज्य सरकार के निर्देश पर BHEL की जमीन पर चार हेलिपैड बनाए गए हैं। यहां उतरने के बाद पीएम मोदी और पार्टी हाईकमान अमित शाह सीधे सभास्थल जाएंगे। वहां उनके आगमन के समय लोगों का आना-जाना बंद रहेगा। ये सारा ताम-झाम इसलिए किया जा रहा है, ताकि कोई काले झंडे या गुब्बारे ना दिखा सके।

जंबूरी मैदान में एंट्री के दौरान पुलिस लोगों की जांच करेगी कि उनके पास काले कपड़े या गुब्बारे तो नहीं हैं। प्रदेश बीजेपी के नेता नहीं चाहते हैं कि महाकुंभ में एट्रोसिटी एक्ट को लेकर पीएम मोदी और अमित शाह के सामने किसी तरह का विरोध प्रदर्शन या फिर हंगामा हो।

जंबूरी मैदान में एंट्री के दौरान पुलिस लोगों की जांच करेगी कि उनके पास काले कपड़े या गुब्बारे तो नहीं हैं। प्रदेश बीजेपी के नेता नहीं चाहते हैं कि महाकुंभ में एट्रोसिटी एक्ट को लेकर पीएम मोदी और अमित शाह के सामने किसी तरह का विरोध प्रदर्शन या फिर हंगामा हो।