।अशफाक कायमखानी।
भादरा।राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले के भादरा शहर के मुस्लिम समुदाय मे पीछले एक दशक से चिकित्सक बनने का चलन वालदेन की जाग्रति व समाज मे बनते सकारात्मक माहोल के चलते तेजी के साथ परवान चढने से स्थानीय स्तर पर सेंकड़ो चिकित्सक बने एवं बनने की राह पकड़ चुके है।
पीछले दिनो भादरा जाने का अवसर मिला तो पाया कि स्थानीय स्तर के मुस्लिम समुदाय मे शिक्षा के प्रति जागरूकता पहले से होने के कारण बडी दातात मे व्यवसाय व बच्चों की तालीम की मजबूरी के चलते प्रदेश की राजधानी जयपुर का रुख जरुर किया लेकिन उन्होंने अपने आबाई शहर भादरा से अपने आपको हर तरह से जरुर जोड़े रखा है।
भादरा की कुल शहरी आबादी मे करीब तीस प्रतिशत मुस्लिम आबादी के करीब करीब हर खानदान मे कोई ना कोई चिकित्सक बन चुका है या फिर बनने की कतार मे है। बानगी के तौर पर शहर के एक कुरेशी परिवार के दरवाजे पर घर मे मोजूद छ चिकित्सकों का नाम दर्ज है। वही कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री शब्बीर खान के घर मे पांच बेटीया है, जो पांचों बेटी चिकित्सक है।
कुल मिलाकर यह है कि भादरा के मुस्लिम समुदाय मे चिकित्सक बनने का चलन इंशाअल्लाह लगातार परवान चढता रहेगा वहीं दूसरी तरफ अब अल्लाह पाक से दुवा करनी चाहिये की भादरा का बच्चा इसके साथ सिविल सेवा की तरफ भी लगनता व जज्बे के साथ कदम बढाने पर विचार जरुर करेगा।