इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय परिवार की ओर से पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को शुक्रवार को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर उनके विलक्षण व्यक्तित्व, प्रखर वक्ता और राजनीतिज्ञ के रूप में भारत में लोकतंत्र को मजबूत करने में उनके अहम योगदान को रेखांकित किया गया। इस अवसर पर शिक्षकों और कर्मचारियों ने स्व. वाजपेयी के व्यक्तित्व और कृतित्व से जुड़े संस्मरणों को याद किया।

निदेशक (अकादमिक) प्रो. आलोक श्रोत्रिय ने शिक्षा के प्रसार विशेष रूप से प्रारंभिक शिक्षा में उनके योगदान को अतुलनीय बताया। उनका कहना था कि उनकी दूर दृष्टि की वजह से ही भारत में शिक्षा का प्रसार तेजी से बढ़ा। प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के माध्यम से उन्होंने दूर-दराज के गांवों को जोड़कर भारत के अंदर संपर्क मजबूत बनाने का कार्य किया। प्रो. ए.के. शुक्ला ने स्व. अटल जी के प्रारंभिक जीवन से लेकर परिपक्व राजनीतिज्ञ तक की यात्रा और उनके अंदर विद्यमान कवि के उद्गारों को व्यक्त किया। उनका कहना था कि वाजपेयी जी ने भारतीय राजनीति को एक नई दिशा प्रदान करने का कार्य किया।

डीन (छात्र कल्याण) प्रो. भूमिनाथ त्रिपाठी ने स्व. वाजपेयी को युग पुरुष बताते हुए राजनीति में उनके योगदान को अतुलनीय बताया। प्रो. संध्या गिहर ने उन्हें अनुकरणीय व्यक्तित्व बताते हुए प्रखर वक्ता, पक्ष और विपक्ष को साथ लेकर चलने की विलक्षण प्रतिभा और उनकी लोकप्रिय कविताओं को याद किया। कुलसचिव पी. सिलूवेनाथन ने स्व. वाजपेयी के जीवन वृंतात पर प्रकाश डाला ।

वेद शर्मा अनुपपुर की रिपोर्ट