भाजपा मुक्त करने के बाद भी मंत्री नहीं बनाया तो कांग्रेस की पड़ सकती है परेशानी है। जिले के लोगों की मांग की किसी एक विधायक को मिले मंत्रिमंडल में जगह!
अशोकनगर:- विधानसभा चुनाव में अशोकनगर जिले के मतदाताओं द्वारा कांग्रेस को पूर्ण समर्थन देते हुए जिले से भाजपा को तीनो सीटों पर जमकर पटकनी देते हुए जिले को भाजपा मुक्त व कांग्रेसी युक्त कर दिया है। लेकिन कमलनाथ सरकार में चल रहे संभावित मंत्रिमंडल में जिले का प्रतिनिधित्व ना होने की संभावनाओं के चलते मतदातायों में रोष व्याप्त है। दो-चार दिन में ही चौराहों पर व पान की गुमटियों पर यह अवश्य सुनाई देने लगा है।कि यदि इतने समर्थन के बाद भी जिले को मंत्रीमंडल में प्रतिनिधित्व नहीं दिया गया तो इसका खामियाजा कांग्रेस को 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में उठाना पड़ेगा।
भाजपा के गढ़ को किया क्लीन
देखा जाए तो कुछ वर्ष पहले तक अशोकनगर जिला भाजपा का गढ़ कहा जाता था। लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया के ग्लैमर के चलते वर्तमान में अशोकनगर जिले में कांग्रेस ने भाजपा का क्लीन स्वीप किया है। देखा जाए तो अशोकनगर मुख्यालय पर जसपाल सिंह जज्जी ने लगभग 33 वर्ष बाद कांग्रेस को विजय श्री दिलाई है। वहीं चंदेरी से गोपाल सिंह चौहान लगातार दूसरीबार विधायक बनकर सदन में पहुंचे हैं । तो उपचुनाव से सुर्खियों में आई मुंगावली विधानसभा सीट से भी अभी तक का मिथक तोड़ते हुए बृजेंद्र सिंह यादव लगातार दूसरी बार भाजपा के गढ़ में सेंध लगाते हुए विधान सभा में पहुंचे हैं।
2019 के चलते नही किया जा सकता अनदेखा:-
देखा जाए तो पिछले 16 वर्षों से ज्योतिरादित्य सिंधिया यहां से लोकसभा का चुनाव जीते आ रहे हैं और मोदी लहर में अभी यदि अशोकनगर जिले द्वारा सिंधिया के पक्ष में मतदान ना किया जाता तो यहां से कांग्रेस का जीतना भी मुश्किल हो जाता।
मुंगावली से इकबाल जमीदार की रिपोर्ट