जयपुर -22 दिसम्बर को दिल्ली में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत और डिप्टी सीएम सचिन पायलट की बैठक हुई। इस बैठक के बाद 23 दिसम्बर को दिल्ली में ही अशोक गहलोत ने प्रभारी सचिव अविनाश पांडे और कांग्रेस विधायक दल की बैठक में पर्यवेक्षक रहे केसी वेणुगोपाल के साथ बैठक की। लेकिन इस बैठक में पायलट उपस्थित नहीं थे। गहलोत और पायलट के मंत्री 24 दिसम्बर को जयपुर में राजभवन में शपथ लेंगे। उम्मीद है कि कोई बीस मंत्री शामिल होंगे। बैठक के बाद सीएम गहलोत और प्रभारी महासचिव पांडे ने मीडिया को बताया कि राहुल गांधी ने मंत्रियों के चयन का जो फार्मूला निर्धारित किया उसी के अनुरूप शपथ लेने वाले मंत्रियों की सूची तैयार की गई है। यह पहला अवसर रहा जब कांगे्रस सरकार में जिला स्तर का अध्ययन कर मंत्रियों का चयन किया जा रहा है। उम्मीदवारों के चयन और बाद में प्रचार में भूमिका निभाने वाले राष् ट्रीय सचिवों के माध्यम से भी रिपोर्ट ली गई है। गहलोत और पांडे ने बताया कि जिन विधायकों की अपने क्षेत्रों में पकड़ और लोकप्रियता है उन्हें तरजीह दी जा रही है।
गहलोत और पायलट के मंत्री शामिलः
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंत्रियों के चयन का कोई भी फार्मूला सुझाया हो, लेकिन मंत्रिमंडल में गहलोत और पायलट के समर्थक विधायक शामिल होंगे। इनमें जयपुर शहर से निर्वाचित विधायक प्रताप सिंह खाचरियावास भी शामिल हैं। ये वो ही खाचरियावास हैं जिन्होंने मतदान के बाद कहा था कि अशोक गहलोत मुख्यमंत्री तय करने वाले कौन होते हैं। खाचरियावास को पायलट का समर्थक माना जाता है। सूत्रों की माने तो कांग्रेस के मंत्रिमं डल में कई बार मंत्री रह चुके विधायक दरकिनार हो सकते हैं। राहुल गांधी का यह भी फार्मूला रहा कि जो दो बार का विधायक है और उसे मंत्री पद नहीं मिला था, उसे भी इस बार मंत्री बनाया जावे। मीडिया में कई नाम प्रसारित हो रहे हैं, लेकिन कौन शपथ लेगा, जिसकी जानकारी 24 दिसम्बर को ही पता चलेगी। हो सकता है कि 23 दि सम्बर को देर रात तक उन विधायकों को सूचित कर दिया जाए जिन्हें 24 दिसम्बर को शपथ लेनी है। 23 दिसम्बर को गहलोत और पायलट दिल्ली से एक ही प्लेन में जयपुर पहुंचे।
एस.पी.मित्तल की क़लम से