शुगर डैडी, शुगर बेबी ट्रेंड के बढ़ते प्रभाव से बिगड़ता हमारा समाज

सैयद खालिद कैस
भोपाल मध्य प्रदेश

भारत देश पिछले कई वर्षो से किस प्रकार आधुनिकता की दौड़ में शामिल हुआ है उससे साफ जाहिर हो रहा है कि विदेशी संस्कृति की नकल करने वाले अपने संस्कारों की तिलांजलि दे रहे हैं। विश्व के अन्य देशों की भांति हमारे देश की जनता भी आधुनिकता की दौड़ में शामिल है। युवा हों या अधेड़ आज फैशन की परेड में सब जिस तरह कदमताल कर रहे हैं वह उनकी दशा और दिशा का निर्धारण करते हैं। समाज में नैतिकता का पतन लगातार हो रहा है लेकिन आज के दौर के लोग नैतिक पतन को ही विकास मानकर चल रहे हैं। जो हमारी संस्कृति के लिए घातक साबित हो रहा है यह एक चिंतनीय विषय है। समलैंगिकता, लिव इन रिलेशनशिप, सेम सेक्स विवाह जैसी कुरीतियों के बाद देश में एक विदेशी कुरीति लगातार अपने पैर पसार रही है।

इसी आधुनिक युग में डेटिंग प्रथा का चलन बड़ी तेजी से पनपा और आज वह जो रूप लिए है वह घिनौना और अमर्यादित कहा जाए तो अतिश्योक्ति नहीं होगी। 21वीं सदी में डेटिंग के मायने बहुत बदल चुके हैं। लोगों को कैजुअल डेटिंग पसंद आने लगी है। यानी वो डेटिंग जिसमें दो लोग प्रेमी-प्रेमिका की तरह रहते हैं पर कभी भी एक दूसरे से अलग हो सकते हैं। ऐसे में समाज के लिए एक नई चुनौती के रूप में आए “शुगर डैडी या शुगर बेबी” रिलेशन भी अब चर्चा में है। सुनने में अजीब लगने वाला यह नाम आखिर क्या है इसको समझना जरूरी है। समाज में उत्पन्न इस विकृति को इस तरह समझा जाए कि एक कम उम्र लड़की जो उम्रदराज मर्दों को डेट करती हैं और बदले में उनसे पैसे और अलग-अलग तरह की सुविधाएं लेती हैं, दूसरे देशों की यात्राओं पर जाती हैं, महंगे गिफ्ट लेती हैं, हॉलीडे पर जाती हैं और फिजिकल रिलेशन भी बनाती हैं। वह शुगर बेबी कहलाती है तथा वह उम्रदराज मर्द जो इन लड़कियों से संबंध स्थापित करते है उसे बदले में पैसे और अलग-अलग तरह की सुविधाएं प्रदान करते है वह शुगर डैडी कहलाते है।
एक सर्वे के अनुसार इस तरह का रिलेशनशिप में ज्यादातर वो लोग होते हैं जिनकी पर्सनल लाइफ बहुत खराब हो जाती है या फिर वो जो जीवन में अकेले होते है। शुगर डैडी या शुगर बेबी खोजने के लिए है एक खास वेबसाइट 2023 से ज्यादा चलन में आए है । दरअसल शुगर डैडी ज्यादा उम्र के मर्द हैं जो पैसे देकर कम उम्र की लड़कियों को डेट करना चाहते हैं और इसके लिए ऑनलाइन डेटिंग एप पर जाकर वह अपनी तलाश पूरी करते हैं और ऐसी डेटिंग साइट को शुगर डैडी साइट कहा जाता है। अक्सर इस तरह के रिलेशनशिप में दोनों पार्टनर अपनी जरूरतों के हिसाब से रिश्ता बनाते हैं जो कि पारंपरिक डेटिंग से बिल्कुल अलग है।
हैरानी की बात है कि 2022 के बाद से देश में बहुत सी शुगर डैडी वेबसाइट और डिजिटल प्लेटफॉर्म पॉपुलर हो रहे हैं। ऐसे एप्स या वेबसाइट उम्र दराज लेकिन अमीर लोगों के लिए एक ऐसा प्लेटफार्म है जहां वह शुगर डैडी बनकर आकर्षक कम उम्र की शुगर बेबी यानी कि कम उम्र की महिलाओं को डेट करने के लिए कह सकते हैं। यह रिलेशनशिप आमतौर पर खुले खर्चे और बेहतर कंपनी की तलाश में किए जाते हैं । यानी कि जैसी आपकी जरूरत वैसा पार्टनर आप यहां पा सकते हैं ऐसे लोग जो बेहतर कंपनी की तलाश कर रहे हैं वह यहां शुगर बेबी से खुश हो सकते हैं और शुगर बेबी अपनी आर्थिक जरूरतों को इन शुगर डैडी इसके जरिए पूरा कर सकती हैं।

भारत में इसका ट्रेंड भी तेजी से बढ़ रहा है। भारत में आज कल ऐसी लड़कियां काफी सक्रिय हैं जिनको अमीर, अनुभवी तथा एकांत जीवन जीने वाले अधिक उम्र के आदमियों की तलाश होती है जो मैच्योर और अनुभवी होते हैं और उन पर दिल खोलकर खर्च कर सके और उन्हें महंगी हॉलीडेज पर ले जा सके और गिफ्ट दिला सके। पश्चिमी देशों में शुगर डैडी का यह कांसेप्ट बहुत ही लोकप्रिय हो रहा है और अब भारत में भी यह ट्रेड धीरे-धीरे बढ़ रहा है। कुछ मामले ऐसे सामने आए हैं जहां कम उम्र की लड़कियां इस तरह शुगर डैडी के साथ रिलेशनशिप में हैं।
प्राप्त जानकारी अनुसार “शुगर डैडी फॉर मी “ के दुनिया भर में 4.5 करोड़ यूज़र हैं। देश में इस ट्रेंड का लगातार बढ़ना चिंता का विषय है। आधुनिकता की इस होड़ में नित नए नए रिश्तों की बनती आधारशीला समाज को एक विकृत रूप प्रदान कर रही है। इसे आधुनिकता की अंधी दौड़ कहें या नैतिकता का पतन कहें लेकिन इस तरह के रिश्ते समाज में गंदगी फैला रहे हैं।

भारतीय संस्कृति को नष्ट करने वाली यह कुरीति धीरे-धीरे फल फूल रहा है जिसके दुष्परिणाम आने वाले समय में समाज के सामने आएंगे जो समाज का एक विकृत स्वरूप होगा। जहां एक और धन बल के आधार पर बनाए गए रिश्ते केवल अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति तक सीमित होते हैं वहीं दूसरी ओर अपराध बोध से ग्रस्त मानसिकता का परिचय दे रहे हैं।

एक स्टडी के मुताबिक, इस तरह का रिश्ता एक समय बाद फ्रस्टेशन और मेंटल हेल्थ को डिस्टर्ब करने लगता है। साइकोलॉजिकल डॉक्टर चित्रा सान्याल कहती हैं कि इस रिलेशनशिप में आमतौर पर ऐसी लड़कियां आती हैं, जिन्हें पैसों की तंगी है। लेकिन, एक समय बाद जब उनकी दिक्कतें ख़त्म हो जाती हैं, तो उनके लिए इस आरामदायक जीवन से बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है। इससे पर्सनल लाइफ डिस्टर्ब हो सकती है। कई बार आप साथ रहते-रहते सामने वाले से इतने अटैच हो जाते हैं कि फिर चाहने के बाद भी अलग नहीं हो पाते। चूंकि शुगर डैडी उम्र में काफी ज़्यादा बड़े होते हैं, तो उनके साथ फैमिली भी प्लान नहीं की जा सकती। ऐसे में यह रिश्ता भावनात्मक रूप से बहुत तकलीफ दे सकता है।