अभिनय कला और रंगमंच से लगाव रखने वाले परिवार की होनहार बालिका माया नगरी तक पहुंची

देवास / बागली – बागली क्षेत्र में स्वर्गीय मोहनलाल जी सिसोदिया का परिवार किसी पहचान का मोहताज नहीं है। हर क्षेत्र में इस परिवार के सदस्यों की भागीदारी है चाहे शासकीय सेवा हो व्यापार-व्यवसाय हो राजनीति हो या अधिवक्ता पद हो हरफनमौला परिवार की तीसरी पीढ़ी अपनी उत्कृष्ट कला के दम पर मायानगरी मुंबई पहुंची और छोटे पर्दे से अपनी उत्कृष्ट भूमिका के जरिए बागली का नाम रोशन करने में अग्रणी रही। केशवी सिसोदिया शिक्षिका प्रीति सिसोदिया एवं पूर्व पार्षद पुरुषोत्तम सिसोदिया की सुपुत्री है। मीसाबंदी स्वर्गीय मोहनलाल जी सिसोदिया की पोती एवं वरिष्ठ शिक्षक बंसीधर सिसोदिया व्यवसाई बालम सिसोदिया की भतीजी। बागली क्षेत्र से जुड़े लोग इस परिवार को अच्छी तरह से पहचानते हैं। दशकों पूर्व इस परिवार के सदस्य रंगमंच पर अपनी अभिनय भूमिका से क्षेत्र के लोगों के दिलों पर राज करते आए हैं, वही प्रतिभा तीसरी पीढ़ी में भी दिखाई दी और जबरदस्त प्रतिभा के चलते उत्कृष्ट मुकाम भी हासिल किया दंगल चैनल पर प्रसारित होने वाले नाटक सिंदूर की कीमत में केशवी सिसोदिया का अभिनय सराहा जा रहा है ।

बागली में शिक्षा ग्रहण करने के बाद माया नगरी एवं अभीनय की इस दुनिया में केशवी सिसोदिया का सफलतम कदम रखा गया है। वह खुद कहती है उन्होंने दादाजी के अभिनय और पापा के अभी नई को देखा तो नहीं लेकिन लोगों से सुना है और यही बात उन्हें प्रेरित करती है। माता प्रीति सिसोदिया आदिवासी दुरस्त जंगल अंचल में शिक्षिका के रूप में वहां के बच्चों को प्रोत्साहित कर रही है। बागली की सामाजिक संस्था अभिव्यक्ति मंच द्वारा प्रतिभा की इस धनी सेलिब्रिटी का सार्वजनिक अभिनंदन करने का एलान कर चुकी है। पिता पुरुषोत्तम सिसोदिया बताते हैं कि रंगमंच से उनके परिवार का नाता 1970 के बाद से रहा है। उस वक्त सुविधाएं इतनी अधिक नहीं थी फिर भी उनके रंगमंच अभिनय की सराहना बड़े रूप में मिलती रही उस वक्त नवदुर्गा उत्सव गणेश उत्सव रंगमंच पर जाने का सीधा साधन थे। आज उनकी बिटिया के इस मुकाम पर पहुंचने में उसकी मम्मी सहयोग और प्रोत्साहन उत्कृष्ट है।