नई दिल्ली। बाबाओं के आश्रमों में महिलाओं के यौन शोषण की कहानियां कम नहीं हैं। आसाराम, राम रहीम, दाती महाराज के बाद अब दिल्ली के हौजखास इलाके में आशु गुरू और उनके बेटे पर एक महिला ने गैंगरेप का मामला दर्ज करवाया है। पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पीड़िता का कहना है कि 2013 से 2017 तक आश्रम में बाबा, उनके बेटे और जानकारों ने मनचाहा यौन शोषण किया। जब बाबा के बेटे ने पीड़िता पर दवाब डाला कि वो अपनी बेटी को भी लेकर आए तब उसका सब्र टूटा और महिला पुलिस के पास पहुंची।
इलाज के नाम पर उत्पीड़न
जानकारी के मुताबिक पीड़ित महिला परिवार के साथ यूपी में रहती है। पीड़ित ने बताया कि वो आशु गुरू को साल 2008 से जानती है। पुलिस को दी शिकायत में पीड़िता ने बताया कि उसकी 6 साल की बच्ची की तबीयत खराब रहती थी। वह बच्ची को लेकर आशु गुरू के पास गई। आशु गुरू ने बच्ची को लेकर रोहिणी स्थित अश्राम में आने को कहा। पीड़िता के अनुसार आशु गुरू देव बच्ची को निर्वस्त्र कर उसके सामाने ही मालिश करते थे। यह सिलसिला 5 साल तक चला।
2013 में से शुरू हुआ रेप का सिलसिला
पीड़िता के मुताबिक साल 2013 को वह आशु गुरू के आश्रम में दिवाली देने आई थी। यहां आशु के मैनेजर रवि ने उसे पीने के लिए शीतल पेय दिया। जिसे पीते ही वह बेहोश हो गई। कुछ घंटो बाद जब उसे होश आया तो उसके साथ गलत काम हो चुका था। पीड़िता ने पुलिस से शिकायत करने की बात कही तो आशु गुरू ने पीड़िता को धमकी दी की अगर उसने शिकायत की तो वह उसके पति और बच्चों को जान से मरवा देगा। पीड़िता ने डर के मारे आशु गुरू की शिकायत नहीं की। आरोप है कि पीड़िता की तरफ से शिकायत नहीं करने पर आशु लगातार पीड़िता के साथ शोषण करता रहा।
बाबा के बेटे ने किया गैंगरेप, लेकिन सब सहती रही
पीड़िता ने पुलिस को दी शिकायत में यह भी बताया कि साल 2016 में आशु गुरू के बेटे ने अपने दोस्त सौरभ के साथ मिलकर उसके साथ दुष्कर्म किया। जिसकी शिकायत पीड़िता ने आशु गुरू से भी की थी, लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया। पीड़िता का आरोप है कि बाप-बेटे और उनके जानकार उसका शोषण करते रहे।
बाबा के बेटे ने पीड़िता की बड़ी होती बेटी को बुलवाया तब टूटा सब्र
पुलिस को दी शिकायत में पीड़िता ने बताया कि साल 2017 में आशु गुरु के बेटे ने उसे बेटी को लाने को कहा। पीड़िता आशु गुरू के पास जाकर गिड़गिड़ाई। अपनी बेटी को बचाने के लिए मिन्नतें कीं लेकिन लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया। साल 2017 होली वाले दिन दोपहर रोहिणी स्थित आश्रम में पीड़िता को बुलाया गया, जहां उसकी साथ मारपीट की गई और उसके ऊपर बेटी लाने का दबाव बनाया। थक हारकर पीड़िता ने मामले की शिकायत हौज खास थाना पुलिस को दी है।