नाली के लिए नगर पालिका महाराजपुर ने स्टेट हाईवे रोड को खोद।

@ खेमराज चौरसिया (आरटीआई कार्यकर्ता)@9893998100

मध्य प्रदेश// छतरपुर//महाराजपुर:-छतरपुर जिला मुख्यालय से महज 22 किलोमीटर दूर पर स्थित है महाराजपुर कस्बे में से गुजरने वाला स्टेट हाईवे का पहला गांव महाराजपुर नगर के बाईपास पर इन दिनों नगर पालिका इंजीनियर की मेहरबानी नजर आ रही है जहां स्टेट हाईवे को खोद कर ही नाली का निर्माण कर दिया गया यह नाली निर्माण कार्य नगर पालिका के वार्ड नंबर 02 मैं बरिया तिगेला के पास हुआ है।

स्टेट हाईवे की शुरुआत सागर कानपुर NH 86 पर पढ़ने वाला गड़ीमलहरा से चंदला, सरबई से उत्तर प्रदेश बॉर्डर तक जाते इस रोड का निर्माण कार्य वर्ष 2015,16 में एमएलसी पैकेज एक एवं दो के अंतर्गत लगभग 104 किलोमीटर का रोड़ निर्माण लगभग 168 से 220 करोड रुपए की लागत राशि से हिलवेज कंस्ट्रक्शन कंपनी उत्तराखंड द्वारा कराया गया था रोड की डिजाइनों में दोनों साइड नालियां एवं पडने वाले गांव में सीसी रोड शामिल था पर रोड हैंडोवर होने के उपरांत इसके भ्रष्टाचार मैं कोई दोषी नहीं रहा है।

महाराजपुर नगर पालिका सीमा क्षेत्र अंतर्गत भी इसमें नालियों का निर्माण कार्य कराया गया था वह बात अलग है की उन नालियों को खोजते हुए ही लगभग दो फीट रोड का डामर हटा कर नालियों का निर्माण नगर पालिका के मुख्य नगर पालिका अधिकारी विवेक नारायण मिश्रा एवं इंजीनियर श्री महेश कुमार असाटी जी ने हाईवे से अतिक्रमण हटाने से परहेज करते हुए शासन, राजनेताओं की मनसा को सुचारू समझते हुए रोड पर ही लेआउट डाल दिया हो जिसे नगर पालिका के रजिस्ट्री ठेकेदारों ने जिसका निर्माण कार्य कराया है।

एसे में सवाल उठता है कि पीडब्ल्यूडी द्वारा जिन ठेकेदारों के रजिस्ट्रेशन जारी किए गए उन्होंने ही पीडब्ल्यूडी का रोड को खोद कर नालियों का निर्माण कर दिया, अब देखने वाली बातें होगी कि नगरपालिक के ठेकेदारों पर पीडब्ल्यूडी क्या कार्यवाही करता है, पूर्व में भी पुलिस विभाग के टीआई क्वार्टर पर अतिक्रमण कर के धर्मशाला निर्माण कार्य कर दिया और पुलिस विभाग इस मामले में अपने ही थाने में अपने ही क्वार्टर पर अतिक्रमण का मामला दर्ज नहीं कर पाए सूत्र बताते हैं कि नगर पालिका ने बिना विभागीय भू ट्रांसफर के आव अपने नाम दर्ज कर लिया है एसे कुछ और भी मामला ठंडे बस्ते में हैं इस मामले में भी वैसा ही कुछ होने की संभावना मानी जा रही है।