भागवत प्रसाद स्मृति समन्वय सेवा सम्मान की घोषणा 

शिक्षा शास्त्री कृष्णकुमार भट्ट ‘पथिक’ को मिलेगा सम्मान

रायपुर। साहित्य, संस्कृति, कला, दर्शन एवं विज्ञान के उन्नयन हेतु केन्द्रित भागवत प्रसाद स्मृति समन्वय सेवा सम्मान की आज घोषणा की गई।

छत्तीसगढ़ के वरिष्ठतम साहित्यकार, कला साधक,आध्यात्म गुरु, मां सरस्वती के भक्त स्व. भागवत प्रसाद की स्मृति में हर वर्ष दिए जाने वाला भागवत प्रसाद स्मृति समन्वय सेवा सम्मान इस वर्ष कृष्णकुमार भट्ट ‘पथिक’ को दिया जाएगा।

राष्ट्रीय साहित्य परिषद की राष्ट्रीय अध्यक्ष, ब्लॉगर,लेखिका,साहित्यकार ,मीडिया समूह की प्रबंधक श्रीमती शशि दीप मुंबई महाराष्ट्र ने बताया कि उनके पूजनीय पिता की स्मृति में दिया जाने वाला यह सम्मान शिक्षा शास्त्री श्री कृष्णकुमार भट्ट ‘पथिक’ को दिया जाएगा।कृष्णकुमार भट्ट ‘पथिक’ एक सुयोग्य अध्यापक एवं प्राचार्य रहे हैं। अनेक छात्रों को आपने तराशा है। और उनके जीवन को एक नई दिशा दी है। एक समर्थ कवि, लेखक, समीक्षक एवं संपादक के साथ-साथ स्वयं में एक संस्था रहे हैं। विद्यार्थी जीवन में सन् 1967-68 से आपका लेखन प्रारंभ हुआ। सन् 1972 में शासकीय शिक्षा महाविद्यालय बिलासपुर की वार्षिक पत्रिका का आपने संपादन किया। लघु पत्रिकाओं के दौर में आपके द्वारा संपादित चक्रमुद्रित पत्रिका ‘संदर्भ’ की अखिल भारतीय स्तर पर पहचान बनी है। आपने अनियत कालीन पत्रिका ‘अनवासना’ तथा काव्य-संग्रह ‘युग-मेला’ एवं कहानी संग्रह ‘चेहरों के आसपास का भी संपादन किया। वहीं शहर का गाड़ीवान आपका प्रकाशित प्रतिनिधि काव्य संग्रह है ।

आकाशवाणी रायपुर से आपकी वार्ता ‘फाग पर नाचे नंद को कन्हैया’ तथा आकाशवाणी बिलासपुर से आपका साक्षात्कार भी प्रसारित हुआ । आपकी अनेक रचनाएं पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित होकर चर्चित हुई हैं। आपकी गणना एक प्रतिभाशाली रचनाकार के रूप में की जाती है। आपने आजतक के जीवन को लिखते हुए ही जिया है ।

शिक्षा एवं साहित्य के प्रति सेवा को दृष्टिगत रखते हुए कृष्णकुमार भट्ट ‘पथिक’ को ‘भागवत प्रसाद स्मृति समन्वय सेवा सम्मान 2023″ से सम्मानित किया गया है।