एहतेशाम हाशमी का निधन पीड़ित मानवता को आघात

भोपाल। देश के ख्यातिमान अधिवक्ता, पीड़ित मानवता की सेवा में हमेशा तत्पर रहने वाले, गरीब बेसहारा लोगों की आवाज कहे जाने वाले प्रेस क्लब ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट के राष्ट्रीय विधिक सलाहकार एहतेशाम हाशमी का आज प्रातः आकस्मिक हृदयाघात से हुए निधन से सम्पूर्ण देश में शोक की लहर है।

श्री हाशमी विगत कई वर्षों से देश भर में पीड़ित लोगों को कानूनी सहायता दिलाने तथा न्याय दिलाने के लिए हमेशा अग्रसर रहे हैं। मानवता के रक्षक श्री हाशमी द्वारा देश भर में कई जगह पर पीड़ित मानवता की सेवा करते हुए गरीबों, बेसहारा लोगों को न्यायदान दिलवाया। त्रिपुरा सरकार द्वारा विशेष वर्ग के साथ किए गए अन्याय तथा शारीरिक मानसिक रूप से पीड़ित करने पर श्री हाशमी सहित सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ताओं की टीम द्वारा बनाई गई रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में प्रस्तुत करने पर त्रिपुरा सरकार द्वारा अवैधानिक रूप से यू ए पी ए के तहत कार्यवाही का देश भर में विरोध हुआ था। श्री हाशमी द्वारा इंदौर के चूड़ी वाला कांड की गूंज भी देश भर में सुनाई दी थी। उन्होंने पीड़ित चूड़ीवाला को न सिर्फ न्याय दिलाया वरन मीडिया, प्रशासन द्वारा झूठ को उजागर किया। उनके मानव अधिकारवादी व्यवहार के कारण नफरती गैंग तथा देश की शांति व्यवस्था के विरोधियों के निशाने पर रहने वाले श्री हाशमी के खिलाफ साजिश के तहत दुष्प्रचार का सहारा लिया गया था। यही कारण था कि उनके द्वारा देश के एक बहुप्रतिष्टित समाचार प्रबंधन के खिलाफ 05करोड़ रूपये की मानहानि का नोटिस भी भेजा गया था।

देश के सांप्रदायिक सौहार्द को नष्ट करने वाली शक्तियों को हमेशा श्री हाशमी द्वारा पीड़ित मानवता की सेवा का ध्येय हमेशा से नागवार गुजरा ।यही कारण है कि देश की गंगा जमनी संस्कृति को नष्ट करने वाली शक्तियों के निशाने पर रहने वाले श्री हाशमी को चाहने वाले सारे देश में पाए जाते हैं यही कारण है उनके आकस्मिक निधन की सूचना से सारे देश में शोक की लहर है।

श्री हाशमी से मेरी सोशल मीडिया के माध्यम से मुलाकात 2020 में हुई। पहली बार 13मार्च 2021को मेरे आमंत्रण पर श्री हाशमी प्रेस क्लब ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट द्वारा अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित महिला प्रतिभा सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि हाजिर हुए थे, तभी से उनसे मेरे संबंध मधुर होते चले गए। तथा मैं निरंतर उनके संपर्क में रहा। उनसे मेरी मुलाकातें अविस्मरणीय रही। प्रेस क्लब ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट के राष्ट्रीय विधिक सलाहकार के रूप में मिले सहयोग के लिए में उनका आभारी रहा। जब वह अपनी टीम के साथ त्रिपुरा में हुई मानव अधिकार विरोधी घटनाओं की जांच के लिए पीड़ित परिवारों से मिले तो उनके खिलाफ त्रिपुरा सरकार द्वारा द्वेषपूर्ण कार्यवाही के बाद हमारे संगठन द्वारा महामहिम राष्ट्रपति महोदय को ज्ञापन सौंपा था तथा निष्पक्ष जांच की मांग की थी। इंदौर के चूड़ी वाला कांड हो या अभी इंदौर में फिल्म पठान के विरोध के संबंध में हुई कानूनी कार्यवाही वाले मुद्दे पर उनके विरुद्ध साजिश रची गई थी। अभी उनके जन्मदिन के एक दिन पूर्व 30जनवरी 2023को मेरी उनसे भोपाल में आखिरी मुलाकात हुई थी, छोटी परंतु महत्वपूर्ण इस मुलाकात में उनके द्वारा देश भर में जमानत के अभाव में जेल में सड़ रहे गरीब, निराश्रित,असहाय लोगों को निःशुल्क विधिक सहायता के लिए कानूनी शिविर लगाने की बात मुझसे की थी। अपने जन्मदिन वाले दिन 31जनवरी को उन्होंने मुझे अपने गृह जिले सागर में रहते हुए मुझे बताया था कि उनका हर संभव प्रयास पीड़ित मानवता की सेवा रहा है। आज यूं उनके निधन की खबर से मेरा मन अत्यधिक व्यथित हो गया तथा दिन भर सोशल मीडिया पर उनके निधन की खबर ने बार-बार मुझे जो पीड़ा पहुंचाई उसकी पूर्ति असंभव है। श्री हाशमी के आकस्मिक निधन ने पीड़ित मानवता को आघात पहुंचाया है ।

प्रेस क्लब ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट परिवार की ओर से श्री हाशमी को भावपूर्ण श्रद्धांजलि।