शिव राज सिंह का बुलडोजर और महिला उत्पीड़न पास्को एक्ट चुनिंदा लोगों पर ही लगता है भाजपाई गुंडों पर नहीं- दिग्विजय सिंह
भोपाल – मध्यप्रदेश में अपराधियों को जाति धर्म और पार्टी देखकर चिन्हित किया जाता है।शेष लोगों ऐसा करने की पूरी छूट है ऐसा ही सब कुछ कई मामलों में घटित हो रहा है हाल ही में 1 माह पूर्व 23 मार्च को देवास जिले के बागली में पत्रकार परिवार एवं परिवार की महिला सदस्यों पर प्रथक प्रथक दो हमले स्थानीय भाजपाई गुंडों द्वारा किए गए इन दोनों मामले में स्थानीय थाने पर आवेदन दिया गया प्रकरण दर्ज करने हेतु लेकिन अपराध अपराधियों के ऊपर भारतीय जनता युवा मोर्चा पद का कहूंगा लगा हुआ है वहीं अन्य आरोपियों पर विधायक की नजदीकी का ठप्पा लगा हुआ है पीड़ित परिवार के प्रकरण दर्ज आवेदन मैं नामजद आरोपियों की शिकायत की गई है लेकिन पुलिस प्रशासन है कि कोई भी कार्रवाई करने के मूड में नहीं है जबकि पत्रकार परिवार की शिकायत में दोनों अलग-अलग अपराध है प्रथम अपराध में घर में घुसकर दरवाजा तोड़कर मारपीट करने मैं भारतीय जनता युवा मोर्चा पदाधिकारी और उसके अन्य साथी भाजपा मीडिया सेल प्रभारी और दूसरे अपराध में इन्हीं लोगों की शह पर पत्रकार परिवार की ही महिला और नाबालिक लड़कियों के साथ जानबूझकर गलत इरादा हरकत वाला अपराध किया है इस घटना का वीडियो फुटेज भी थाने पर उपलब्ध करा दिया गया है जिसमें मुख्य सरगना आरोपी सरेआम मकान खाली करने की धमकी दे रहा है एवं शेष चार आरोपी के साथ आरोपी महिलाएं घर में घुसकर गाली गलौज कर रही है और धमका रहे हैं लेकिन पुलिस प्रशासन है कि इस घटना के 1 माह से अधिक समय बीत जाने के बाद भी मामले को रफा-दफा करने के मूड में है
इस मामले में सीएम हेल्पलाइन 181 पर भी बागली पुलिस द्वारा गलत जानकारी अपडेट की जा रही है गंभीर घटना मामले में भी बाद में पुलिस जानबूझकर आरोपी पक्ष के बयान बुला बुला कर ले रही है ताकि आरोपी को संरक्षण दिया जाए और अपराधिक प्रकरण बेहद कमजोर हो सके इससे सिद्ध होता है कि सुरक्षा से अधिक प्रभावी नेताओं का सवंरक्षण है इस पूरी घटना पर नाराजगी जताते हुए पूर्व मुख्यमंत्री एवं वर्तमान सांसद दिग्विजय सिंह (राजा साहब) ने कहा कि अंधेर नगरी चौपट राजा वाली कहावत हो रही है मध्यप्रदेश में ग्राम मंत्री नरोत्तम मिश्रा बुलडोजर भी जाति और पार्टी देख कर चलवा रहे हैं जबकि पीड़ित परिवार पक्ष के घटनाक्रम बयान जिला पुलिस अधीक्षक देवास एवं बागली थाने पर ले लिए गए हैं फिर भी आरोपियों का बचाव करना सरकार का दोगलापन दिखाता है इसी प्रकार महिला उत्पीड़न की धारा पास्को भी धर्म देखकर तय की जा रही है बागली पत्रकार हमले में पीड़ित महिला ने बताया कि उनके घर पर जिन गुंडों ने हमला किया और बुरी नियत व्यवहार किया उन लोगों के नाम से शिकायत और सबूत के तौर पर वीडियो फुटेज भी प्रस्तुत करवाया गया है लेकिन पुलिस उसे तोड़ मरोड़ कर प्रस्तुत कर रही है और 181 पर भी गलत जानकारी अपडेट कर रही है ऐसी स्थिति में न्याय की उम्मीद कैसे की जा सकती है घटना के 1 माह से अधिक समय बाद भी पीड़ित परिवार अपने मकान पर नहीं पहुंच पाया है दूसरों के यहां आसरा लेकर जाना पड़ रहा है संबंधित लोग हर पल किसी न किसी बहाने धमकी के संदेश पहुंचा रहे हैं इस मामले में पत्रकारों ने बताया कि उनके घर पर भारतीय जनता युवा मोर्चा के नगर पदाधिकारी गुंडों ने घर में घुसकर मारपीट की वृद्ध माता-पिता के साथ भी मारपीट की पुलिस द्वारा पीड़ित परिवार का मेडिकल तक नहीं करवाया सभी नामजद आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं और भाजपा के कार्यक्रमों में शामिल होकर अठ्ठाहस लगा रहे हैं कई मौकों पर यहां लोग थाने पर भी आराम से घूम कर आते हैं।