राजेन्द्र वर्मा ( वरिष्ठ पत्रकार ) भोपाल
बुंदेलखंड के युवा होनहार विधायक राजेश शुक्ला कांग्रेस और भाजपा के दरबार में जगह नही पाने से खासे निराश हैं। दरअसल,राजेश शुक्ला को पूरा भरोसा था कि कमलनाथ और शिवराज मंत्रिमंडल में यदि दो गज जगह मिल जाती तो शायद बिजावर विधानसभा की शोषित,उत्पीड़ित जनता की किस्मत के पट खुल जाते पर यह नही हुआ। दो बार पराजय की चोट खा चुके बबलू भैया की नैया जनता ने ऐतिहासिक रूप से पार लगाई थी। इसमें कोई शक नही कि, कांग्रेस से टिकट नही मिलने पर बबलू रो पड़े थे। इसलिए क्षेत्र की जनता कांग्रेस से बदला लेने और अपने चहेते बबलू के आंसू पोंछने इतनी आतुर थी कि,टूटी और पंक्चर सायकल पर सवार बबलू को भोपाल तक खींच लाई। विधायक होने के बावजूद भी क्षेत्र की जनता आज भी प्यार से बबलू ही बोलती है। इन बीते दो सालों में विधायक बबलू शुक्ला ने अपनी महत्वाकांछा को सिद्ध करने की खूब कोशिश की,खूब उठापटक की लेकिन सफल नही हो पाए। एक सपा विधायक को सरकार का संरक्षण जरूरी है,बिना इसके किसी का भी विकास नही हो सकता। यदि शिवराज सरकार में जगह मिल जाती तो बिजावर विधान सभा का पहलीबार नाम हो जाता। और इस क्षेत्र की जनता को भी विकास का स्वाद मिलता। पर,ऐसा नही हो सका। पहली बार विधायक बने इसलिए हाइलेबल पॉलिटिक्स और पॉलिटिशियन का अनुभव,कथनी करनी भी समझ गए होंगे। इस अनुभव को पाने के बाद लगता है वे मुख्यधारा में वापस आ गए हैं। कह सकते हैं,सही वक्त पर सही निर्णय है। जनता नेताओं के लिए भगवान और उसका संरक्षण ईश्वरीय आशीर्वाद है। अब बबलू भैया भी जनता की अदालत में रोज हाजिरी लगा रहे हैं। लेकिन, गलियों में घूमने से कुछ नही होगा जनता का भरोसा जीतना होगा। गांवों में विकास कार्य कराने होंगे। मील के पत्थर लगाने होंगे। वैसे भी आप राजनीति में पारंगत हो चुके हैं अब शिवराज का साथ बिजावर का विकास के मुद्दे को लेकर आगे बढिये। जनता,आपको फिर से मंजिल तक पहुंचाएगी।