सागर। मध्यप्रदेश में शिवराज सरकार आते ही पत्रकारों पर हमलों एंव प्रताडनाऔ की घटनाऔं का बढना इस बात का प्रमाण है कि सरकार से संरक्षण प्राप्त माफिया अपराधी और भ्रष्ट लोग निरंकुश होकर पत्रकारो का दमन करते है। 15 वर्ष की शिवराज सरकार इस बात की गवाह है कि प्रदेश में इस अन्तराल में पत्रकारों के साथ घटित घटनाऔं हत्या ,हत्या के प्रयासों की घटनाऔं के कारण पत्रकारों में भय व आतंक का माहौल निर्मित हो गया था। अब एक बार फिर शिवराज सरकार में पत्रकारों पर हमले आंरभ हो गये है।

ताजा खबर के अनुसार मध्यप्रदेश के सागर जिले की रहली तहसील स्थित ग्राम सागौनी बुन्देला के सरपंच पति राजकुमार पटेल व अन्य के द्वारा पंचायत में सीसी रोड निमार्ण में हुऐ भ्रष्टाचार को उजागर करने वाले पत्रकारों के साथ न सिर्फ मारपीट की गई वरन् उनको बंधक बनाकर रखा गया तथा पुलिस के आने पर पत्रकारों को बंधन से मुक्त कराया गया।
NDTV18 विशेष संवाददाता सैयद शहजाद हुसैन के अनुसार रहली तहसील स्थित ग्राम सागौनी बुन्देला मे सरपंच पति द्वारा व्यापक भ्रष्टाचार की खबरे आने पर स्थानीय पत्रकार प्रवाण सोनी पंकज शर्मा तथा रोहित अहिरवार ग्राम सागौनी बुन्देला में सीसी रोड निमार्ण में हो रहे भ्रष्टाचार की खबर कवरेज करने गये थे खबर कबरेज करके लोटते समय सरपंच पति राजकुमार पटेल उसके साथी बाबू पटेल एंव कृष्ण कुमार पटेल ने उक्त पत्रकारों के वाहन को रोककर पहले तो उनके साथ गाली गुफतार की फिर उनके साथ जमकर मारपीट करके उनको बंधक बना लिया गया। पत्रकारों के बंधक बनाने की खबर पुलिस को लगने पर पुलिस ने आकर पत्रकारो को बंधनमुक्त कराया।
मध्यप्रदेश के सागर जिले की इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि मध्यप्रदेश मे एक बार फिर गुण्डाराज कायम हो गया है जहॉं पत्रकारों के साथ ऐसी घटनाऐं घटित हो रही है। पत्रकारिता पर हो रहे इस प्रकार के हमले लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ को खत्म करने का प्रयास है।

अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति भारत के राष्ट््रीय महासचिव एंव प्रेस कौंसिल आफ वर्किग जर्नलिस्ट के अध्यक्ष सैयद खालिद कैस ने सागर जिले की रहली तहसील की इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हूए कहा कि शिवराज सरकार ने 15 सालों में भी पत्रकारों की सुरक्षा के लिये कोई व्यवस्था नही की पत्रकारों की हत्या, हत्या के प्रयास आदि घटनाऔं के बावजूद शिवराज सरकार द्वारा पत्रकार सुरक्षा कानून नही बनाना इस बात का प्रमाण है कि शिवराज सरकार पत्रकार विरोधी है। ताजा मामले में पत्रकारों को बध्ांक बनाने मारपीट करने जैसे जघन्य अपराध पर भी सरकार की चुप्पी निन्दीय है। श्री कैस ने कहा इस घटना के विरोध में प्रदेश भर में विरोध स्वरूप ज्ञापन सौंपे जाकर गूगी ,बहरी ,अंधी शिवराज सरकार को पत्रकारों पर हो रहे हमलों से चेताया जायेगा ओर पत्रकार सुरक्षा कानून अविलंब लागू करने पर बल दिया जायेगा।