भोपाल । मध्यप्रदेश का बहुचर्चित हनी ट्रेप कांड की जाँच में जैसे जैसे तेज़ी आरही है विष कन्याओं के कारनामें उजागर हो रहे हैँ । हनी ट्रैप की अब तक की जांच में सीआईडी को पता चला है कि 6 कॉलेज छात्राएं इनके जाल में फंसीं थीं. ये सभी भोपाल में ही पढ़ाई करती थीं या फिर कर रही हैं। अब जाँच की जद में वह छात्राएं भी आने वाली हैँ , जिनको चारा बनाकर हनी ट्रेप कांड की मुख्य सूत्र धार श्वेता जैन ने मंत्री -संत्री और रसूखदारों को अपना शिकार बनाया था । जाँच के नए तथ्यों से अब श्वेता जैन सहित अन्य की मुश्किलें बढ़ने वाली हैँ ।
गौरतलब हो कि मध्य प्रदेश के इस बहुचर्चित हनीट्रैप कांड में सीआईडी जांच के दौरान आरोपी महिलाओं से पूछताछ में बड़ा खुलासा हुआ है। दोनों मुख्य आरोपी महिलाऐं पुलिस रिमांड पर हैँ और वह उन राजों से भी पर्दा उठा रही हैँ जिनके खुलने से कई सफ़ेद पोश अपराधी बेनक़ाब होँगे ।

प्राप्त जानकारी अनुसार आरोपी महिलाओं ने पूछताछ में बताया कि राजगढ़ की छात्रा के साथ-साथ भोपाल की 6 और कॉलेज छात्राओं का इस्तेमाल उन्होंने रसूखदारों को फंसाने के लिए किया था। सूत्र बता रहे हैँ कि इस जानकारी मिलने के बाद सीआईडी अब उन छात्राओं तक पहुंचने की कोशिश कर रही है, ताकि वह लोग भी बेनकाब हो जिनको शिकार बनाकर यह विष कन्याएं धन बना सकी ।
जाँच में यह भी सामने आया है कि इन विष कन्याओं द्वारा रसूखदारों को शिकार परोसने के बदले सम्पत्तिया भी बनाई है । जानकारी अनुसार श्वेता जैन को एक आईएएस अफसर ने फ्लैट ख़रीद कर भी दिया था।
हनी ट्रैप कांड में एसआईटी के अलावा मानव तस्करी के मामले में सीआईडी जांच कर रही है. सीआईडी ने मानव तस्करी के मामले में भोपाल की और छतरपुर की महिला को आरोपी बनाया है. हनी ट्रैप में फंसी राजगढ़ की आरोपी छात्रा के पिता की शिकायत पर इंदौर पुलिस ने जीरो पर दोनों महिला आरोपियों पर मानव तस्करी की एफ आई आर दर्ज कर केस डायरी भोपाल के अयोध्या नगर थाने भेजी थी.दोनों महिला आरोपी सीआईडी की रिमांड पर हैं. सूत्रों के अनुसार आरोपी महिलाओं ने पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं.महिलाओं ने बताया कि अयोध्या नगर थाना क्षेत्र में उनका एक फ्लैट है. उसी फ्लैट में राजगढ़ की छात्रा को रखा गया था. वहीं से छात्रा को रसूखदार को फंसाने के लिए भेजा जाता था. आरोप है कि यह फ्लैट एक आईएएस अधिकारी ने छतरपुर की आरोपी महिला को खरीद कर दिया था।
ये हुए खुलासे?

 पता चला है कि हनी ट्रैप के ज़रिए रसूख़दारों को फंसाने के लिए भोपाल और छतरपुर की ये आरोपी महिलाएं कॉलेज की छात्राओं का इस्तेमाल करती थीं. ये महिलाएं पहले छात्राओं से संपर्क कर उन्हें कम समय में ज्यादा पैसा कमाने का लालच देकर बहला फुसलाती थीं. जब छात्राएं इनके झांसे में आ जाती थीं तो उन्हें फिर अयोध्या नगर स्थित के उस फ्लैट में रखा जाता था.इस फ्लैट में कई रसूखदारों को हनीट्रैप का शिकार बनाया गया. इसमें एक आईएएस अधिकारी के शामिल होने की जानकारी भी मिल रही है।
6 छात्राओं का सुराग
अब तक की जांच में सीआईडी को पता चला है कि 6 कॉलेज छात्राएं इनके जाल में फंसीं थीं. ये सभी भोपाल में ही पढ़ाई करती थीं या फिर कर रही हैं. आरोपी महिलाओं पर कई एफआईआर दर्ज हो चुकी हैँ । अब एसआईटी की टीम उन छह छात्राओं का सुराग लगा रही हैं जिनका इस्तेमाल हनीट्रैप में किया गया था. ऐसे में राजगढ़ की छात्रा के मानव तस्करी के मामले के बाद 6 छात्राओं की जानकारी मिलने से भोपाल और छतरपुर की आरोपी महिलाओं की मुश्किलें बढ़ सकती है. उन पर और कई एफआइआर भी दर्ज हो सकती हैं।