सैयद ख़ालिद कैस की क़लम से 

भोपाल । अमूमन सीधे सरल स्वभाव के लिए चिर परिचित , ज़िला भाजपा अध्यक्ष पद पर कई बार काबिज़ रहें पूर्व विधायक सुरेन्द्र नाथ सिंह उर्फ सुरेंद्र मम्मा इन दिनों अखबारों की सुर्खियां बटोर रहें हैँ , उनके उग्र और ज्वलनशील व्यवहार से भाजपा संगठन स्वयं सकते में है। पुलिस ने गिरफ्तार जरूर कर लिया मम्मा को पर नैतिकता का पाठ पढ़ाने वाली भाजपा क्या मम्मा को दंड देगी। पूर्व अनुभव तो यह बताता है कि जिस प्रकार मोदी ने प्रज्ञा ठाकुर और आकाश विजयवर्गीय के लिए केवल जुमलेबाज़ी की उसी तरह मम्मा को भी जुमले बाज़ी का आसरा मिल जाएगा । जबकि पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा , भूपेन्द्र सिंह सहित भाजपा प्रदेश अध्यक्ष द्वारा मम्मा के बयान को अशोभनीय करार देकर भाषा पर संयम की सलाह तो जरूर दी है, पर मम्मा के तेवर अभी भी बरकार हैँ । उन्होने ताल ठोककर ऐलान कर दिया है वह माफ़ी नही माँगेगे चाहे पार्टी से निकाल दिया जाए । सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बाल सखा सुरेन्द्र मम्मा को भी शिवराज सिंह चौहान के प्रदेश निकाले के बाद हाशिये पर भाजपा ने धकेल दिया था । अपनी उपस्थिति क़ायम रखने के लिए सुरेन्द्र मम्मा ज़ोर आज़माइश में लगे हैँ । पहले नगर पालिका निगम के कार्यालय पर ताला डालने के बाद गुमठी माफ़िया के संरक्षक के रूप में सुरेन्द्र मम्मा द्वारा मुख्यमन्त्री कमलनाथ के लिए जिस भाषा शैली का उपयोग किया गया वह निंदनीय तो है ही अमर्यादित भी है ।
क्या है मामला –
खून की नदियां बहाने की धमकी देने वाले बीजेपी नेता और भोपाल मध्य के पूर्व विधायक सुरेन्द्र नाथ सिंह मम्मा को गिरफ़्तार कर लिया गया है।  भोपाल पुलिस ने उन्हें सागर गेरे रेस्टॉरेन्ट से गिरफ़्तार किया। सुरेन्द्र नाथ सिंह के खिलाफ नगर निगम की ओर से उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करायी थी।

सुरेन्द्र नाथ सिंह गुरुवार को भोपाल में गुमठी वालों के साथ विधानसभा का घेराव  करने निकले थे॥ उस दौरान उन्होेेने नगर निगम अफसर को धमकाया था और फिर बिजली के मुद्दे पर विवादित बयान दिए थे। सुरेन्द्र नाथ सिंह ने कहा था-अगर कोई बिजली का बिल मांगने आए तो उसे मारो और विधानसभा, मंत्रालय और सीएम हाउस की बिजली काट दो। मम्मा यही नही रुके विरोध प्रदर्शन के दौरान सुरेन्द्र नाथ सिंह ने इन लोगों को संबोधित करते हुए बिजली और पानी का मुद्दा भी उठा दिया था। उन्होंने खुले मंच से -सरकार, प्रशासन, नगर निगम और बिजली विभाग को धमकी देते हुए कहा था-कोई बिजली का बिल लेने आए तो उन्हे मारो.लाइट जाए तो मंत्रालय, विधानसभा, सीएम हाउस की लाइट काट दो. आगे बोले थे-हमारी मांगें पूरी नहीं हुईं तो हिंसा का रास्ता अपनाएंगे. मंत्री और मुख्यमंत्री के सामने खून की नदियां बहा देंगे। उन्होने यहाँ तक कह डाला कि कमलनाथ का खून बहा देंगे । जहाँ कॉंग्रेस ने विधानसभा सहित भोपाल में सुरेन्द्र नाथ सिंह मम्मा के उक्त बयान के जमकर आलोचना कर गिरफ्तारी की मांग की , वहीं भाजपा बेकफुट में नज़र आई और उसके नेताओं द्वारा सुरेन्द्र मम्मा के बयान को अशोभनीय बताया और भाषा संयम का पाठ पढ़ाया , पर देर शाम तक भाजपा द्वारा सुरेन्द्र मम्मा के खिलाफ कोई ठोस क़दम नही उठाया । वहीं सुरेन्द्र नाथ सिंह ने  आज कहा कि वो अपने बयान के लिए माफ़ी नहीं मांगेंगे. पार्टी चाहे तो उन्हें निकाल दे। सुरेन्द्रसिंह ने कहा उन्होंने कोई अनुशासनहीनता नहीं की है। अगर सरकार ने अब भी ग़रीबों की आवाज़ नहीं सुनी तो मैं मुख्यमंत्री कमलनाथ के घर के सामने गुमठी वालों के साथ डेरा डालेंगे। सीएम हाउस के सामने पकौड़े तलूंगा और चाय बनाऊंगा। बहरहाल इस सबसे केवल एक संदेश ज़ाहिर हो रहा है कि अपने आप को जिंदा रखने का सुरेन्द्र मम्मा का यह प्रयास काफ़ी सुर्खियां बटोर चुका है ।