NDTV18 के लिए सतना से ए.एच.क़ादरी की रिपोर्ट

सतना -लोकसभा चुनाव में जहाँ राजनीतिक दलों और प्रत्याशियों के बीच चुनावी घमासान मचा हुआ है,वही सतना लोकसभा क्षेत्र में भाजपा नेत्रियों के बीच हुई मारपीट ने चुनावी माहौल को गरम कर दिया है। घटना के अनुसार सतना में पूर्व केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज के कार्यक्रम के दौरान सतना महापौर ममता पाण्डेय और सांसद प्रतिनिधि नीता सोनी के बीच न सिर्फ वाद-विवाद हुआ बल्कि नौबत मार-पीट तक पहुंच गई। इसमें महापौर ममता पाण्डेय का हाथ भी फैक्चर हो गया है। इस मामले में महापौर ने सांसद प्रतिनिधि नीता सोनी के खिलाफ FIR दर्ज कराया है।

अक्सर विवादों में रहने वाली महापौर ममता पाण्डेय सतना की राजनीति में एक बार फिर सुर्खियों में हैं। हम आपको बता दें कि यह वही महापौर ममता पांडे हैं जिन्होंने खुलेआम अपने ही पार्टी के एक नेता को गोली मार देने की धमकी दी थी। इसके अलावा नगर निगम के पूर्व आयुक्त प्रतिभा पाल के साथ भी इनका विवाद सुर्खियों में रहा। मध्यप्रदेश में जेसीबी चलाने वाली पहली महिला महापौर बनने का खिताब जहां ममता पांडे को मिल चुका है, वहीं एक समय ऐसा भी था जब ममता पांडे कमर में रिवाल्वर लटका कर चला करती थी। लेकिन इस बार महापौर का विवाद उन्हीं की पार्टी की 1 महिला नेत्री के साथ हुआ है जो सांसद प्रतिनिधि के साथ साथ पूर्व भाजपा महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष भी रह चुकी हैं। आरोप है की सांसद प्रतिनिधि नीता सोनी ने ममता पाण्डेय का हाथ मरोड़ दिया, जिससे उनका दाहिना हाथ फैक्चर हो गया है।

इस मामले में नीता सोनी का आरोप है कि ममता पांडे भाजपा के नेता हैं लेकिन शहर में घूम घूम कर उनके द्वारा कांग्रेस प्रत्याशी का प्रचार किया जा रहा है। नीता सोनी ने महापौर को कांग्रेस का प्रचार करते हुए अपने मोबाइल कैमरे में कैद कर लिया, जिसके बाद ममता पांडे नाराज हो गई और सुषमा स्वराज के कार्यक्रम के दौरान ममता पांडे ने नेता सोनी के साथ झगड़ा शुरू कर दिया। सांसद प्रतिनिधि ने दावा किया है कि नगर निगम में हुए लाखों करोड़ों के भ्रष्टाचार के मामले में खुद को बचाए रखने के लिए ममता पांडे कांग्रेस पार्टी की सदस्यता लेने जा रही हैं।

एक ओर ममता पाण्डेय के कांग्रेस में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे हैं तो वहीं ममता पाण्डेय की शिकायत पर पुलिस ने नीता सोनी के ख़िलाफ़ एफआईआर दर्ज कर जांच में जुटी हुई है।

सच्चाई चाहे जो हो लेकिन अपनी ही पार्टी की दो महिला नेत्रीओं के बीच हुई वर्चस्व की लड़ाई भाजपा प्रत्याशी गणेश सिंह के गले की फांस बनती जा रही है। अब राजनीतिक ऊंट किस करवट बैठेगा ये तो आनेवाला समय ही बता पाएगा।