जबलपुर, 26 फरवरी। मध्यप्रदेश के पावर सेक्टर के इतिहास में आज का दिन स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज हो गया। मध्यप्रदेश की मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी भोपाल और पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कपनी इन्दौर ने देश भर की बिजली वितरण कपनियों के मध्य ऐसा मुकाम हासिल किया है, जो कि एक मिसाल है। आज गुडगांव में आयोजित देश के ऊर्जा मंत्रियों के राष्ट्रीय सम्मेलन में केन्द्रीय ऊर्जा, नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री आर.के.सिंह ने मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी भोपाल को सौ करोड़ रूपये का सौभाग्य अवार्ड (प्रधानमंत्री सहज बिजली हर घर योजना) प्रदान किया है। इसी प्रकार पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी, इन्दौर को भी सौ करोड़ का प्रथम पुरस्कार मिला। इस अवसर पर मध्यप्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्री प्रियव्रत सिंह की उपस्थिति में ऊर्जा, नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा राज्य मंत्री श्री आर. के. सिंह के हाथों अपर मुख्य सचिव ऊर्जा श्री आई.सी.पी.केशरी, पूर्व अध्यक्ष एवं प्रबंध संचालक एम. पी. पावर मैनेजमेंट कंपनी तथा वर्तमान में प्रमुख सचिव, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग श्री संजय कुमार शुक्ल, प्रबंध संचालक म.प्र.मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी भोपाल डॉ. संजय गोयल ने यह पुरस्कार प्राप्त किया। इस अवसर पर सौभाग्य योजना में उत्कृष्ट कार्य निष्पादन के लिए मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी सहित राज्य की तीनों बिजली वितरण कम्पनियों के कार्मिकों को भी पुरस्कृत किया गया।
मध्य क्षेत्र कम्पनी देश की पहली सौभाग्य कम्पनी-मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी भोपाल देश की पहली बिजली वितरण कंपनी बनी, जिसने प्रधानमंत्री सहज बिजली हर घर योजना ‘‘सौभाग्य‘‘ के अंतर्गत 7 लाख 85 हजार 233 घरों को रोशन किया। यह गौरव कार्य म.प्र. मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी ने निर्धारित समय सीमा से पहले पूरा कर कम्पनी के सभी 16 जिलों के हर घर को रोशन कर प्राप्त किया है।
*रणनीति बनाकर हासिल किया मुकाम-*भारत सरकार द्वारा 25 सितम्बर 2017 को प्रधानमंत्री सहज बिजली हर घर योजना ‘‘सौभाग्य‘‘का शुभांरभ किया गया। सौभाग्य कार्यक्रम का उद्देश्य देश के ग्रामीण क्षेत्रों के सभी घरों एवं शहरी क्षेत्र के बी.पी.एल. घरों में विद्युत प्रदाय करना था। मध्यप्रदेश मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने विशेष प्रयासों से सौभाग्य योजना के लागू होने के उपरांत निर्धारित समय-सीमा 10 अक्टूबर से पूर्व 30 सितम्बर 2018 को 7 लाख 85 हजार 233 घरों का विद्युतीकरण कर रोशन किया। योजना के घोषित होते ही पूर्व अपर मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस के नेतृत्व में रणनीति तैयार की गई जिसके अंतर्गत वितरण केन्द्र, तहसील, संभाग, वृत्त और जिला स्तर पर मॉनीटरिंग कमेटियाँ बनाई गई। विभिन्न स्तर पर कनेक्शन प्रदान करने के लिये टारगेट दिए गए। इलेक्ट्रीकल कॉन्ट्रेक्टर की टीम हर जिला स्तर पर तैयार की गई। सामाग्री का प्रबंधन निर्धारित समय सीमा में किया गया तथा सूचना प्रौद्योगिकी टीम द्वारा विभागीय स्तर पर अधिकारियों को लक्ष्य दिए गए। आईटी टीम द्वारा पोर्टल तैयार कर सभी स्तरों पर योजना के क्रियान्वयन की मॉनीटरिंग की गई। अपर मुख्य सचिव ऊर्जा श्री आई.सी. पी. केशरी एवं पूर्व अध्यक्ष विद्युत वितरण कम्पनी श्री संजय कुमार शुक्ल और प्रबंध संचालक डॉ. संजय गोयल एवं श्री आकाश त्रिपाठी द्वारा मैदानी दौरे तथा हर क्षेत्रीय मुख्यालय पर बैठकें आयोजित कर सतत् मॉनिटरिंग करते हुऐ हर छोटी-बड़ी मुशकिलों को दूर किया ताकि गरीबों के घरों को हर हालत में रोशन किया जा सके। परिणाम यह हुआ कि पूरे देश में मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी भोपाल ने देश में प्रथम स्थान प्राप्त कर 100 करोड़ रू. का राष्ट्रीय सौभाग्य पुरस्कार हासिल किया। इसी प्रकार की रणनीति अपनाकर पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी इन्दौर ने 100 करोड़ रू. का पुरस्कार हासिल किया।
बधाई और शुभकामनाएं-मध्यप्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्री प्रियव्रत सिंह ने मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी एवं पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी सहित प्रदेश के उत्पादन से लेकर पारेषण एवं वितरण संकाय के सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को विशेषकर सौभाग्य योजना से जुड़े सभी स्टेकहोल्डरों को बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने आशा व्यक्त की है कि, हर घर को रोशनी देना मध्यप्रदेश सरकार की प्राथमिकता है। प्रदेश में उद्योग धंधे के साथ हर श्रेणी के उपभोक्ताओं को सतत् विद्युत आपूर्ति प्रदान करना प्रदेश सरकार का लक्ष्य है। अपर मुख्य सचिव ऊर्जा श्री आई.सी.पी. केशरी, वितरण कम्पनियों के अध्यक्ष डॉ. संजय गोयल ने प्रदेश की बिजली से जुड़ी सभी कम्पनियों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को भारत सरकार द्वारा पुरस्कृत करने के लिये बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा है कि मध्यप्रदेश के पॉवर पावर द्वारा राज्य के हित में हर संभव प्रयास किए जाएंगे।
मध्य क्षेत्र एवं पश्चिम विद्युत वितरण कंपनी को मिला 100-100 करोड़ रू. का सौभाग्य पुरस्कार
7 लाख 85 हजार 233 घरों को किया रोशन