अनियमित्ता करने पर प्रबंधक व विक्रेता पर मामला दर्ज कराकर वसूली के दिये आदेश,लेकिन तीन माह बाद भी नही कराया गया मामला दर्ज।
मुंगावली:- प्रदेश सरकार के मंत्री भले ही सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत गरीबों को उनके हक का राशन मुहैया कराने के लिये आये दिन बैठकें आयोजित करके अािकारियों को दिशा निर्देश जारी कर रहें हों। लेकिन इस योजना के प्रति जिमेदार अािकरी कितने सजग हैं। उसका आंकलन इससे ही किया जा सकता है कि तीन माह पहले कलेक्टर मंजू शर्मा के द्वारा शासकीय उचित मूल्य की दुकान बामौरी में भारी अनियमित्ता के चलते यहॉं के समिति प्रबंधक व विक्रता के विरूद्ध आवश्यक वस्तु अधिनियम की धारा के तहत पुलिस थाने में मामला दर्ज कराने के लिये एसडीएम कार्यालय को दिनंाक 12 सितबर 18 को पा लिखा ाा। लेकिन चौंकाने वाली बात है कि तीन माह से अािक समय हो जाने के बाद ाी इस पा के पालन में अािनस्थ अािकारियों के द्वारा कोई कार्रवाई नही की गई है। जिसको देखकर तो यही कहा जायेगा कि कहीं न कहीं अधिकारियों के लिये कलेक्टर का पत्र कोई मायने नही रखता साथ ही राशन माफियाओं के द्वारा गरीब के हक पर जो ढंाका ड़ाला जा रहा है वह इनकी रजामंदी है।

नायाव तहसीलदार की जांच में हुआ बड़ा खुलासा:-
इस पूरे मामले में देखा जाये तो बामौरी गांव की राशन दुकान पर आदिवासी व अनय गरीब परिवारों को उनकी पात्रता पर्ची पर राशन वितरण कई महीनों से नही किया जा रहा था जिसकी शिकायत ग्रामीणों ने कलेक्टे्रड़ कार्यालय में पहुंचकर की थी। जिसके बाद नायाव तहसीलदार व सहायक खाद्यय अधिकारी की टीम के द्वारा इस राशन दुकान की जांच की थी जिसमें भारी अनियमित्तायें सामने आई थीं। और इन अधिकारियों द्वारा जांच प्रतिवेदन कलेक्टर को दिया था जिसके आधार पर जिलाधीश द्वारा 12 सितबर को पा लिखकर प्रबंाक व विक्रेता पर मामला दर्ज कराकर विक्रेता से वसूली कराने काआदेश जारी किया ाा।
पूर्व में ाी भ्रष्टाचार के कई मामले हैं दर्ज:
सार्वजनिक वितरा प्रााली में किस प्रकार अािकारी इन समिति प्रबंाकों पर मेहरवान हैं उसका अंदाजा इससे ही लगाया जा सकता है कि जिस समिति प्रबंधक पर मामला दर्ज कराने का आदेश कलेक्टर ने तीन माह पूर्व जारी किया है उस पर पूर्व से ही कई मामले पुलिस रिकार्ड में दर्ज हैं इसके बाद भी उससे विधिवत कई समितियों का संचालन कराया जा रहा है। जिससे यही कहा जा सकता है कि कहीं न कहीं विभाग की लापरवाही व मनमानी से गरीबों के राशन पर इन माफियाओं द्वारा ढ़ाका ड़ाला जा रहा है।
अधिकारी बोले हमको नही जानकारी:-
भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई करने व कलेक्टर के आदेशों को लेकर अधिकारी कितने गंाीर है उसका अंदाजा भी इससे ही लगाया जा सकता है कि जब इस मामले के बारे में एसडीएम एआर प्रजापति से जानना चाहा तो उनके द्वारा कहा गया में बाहर हूं फिलहाल इस मामले की कोई जानकारी नही है। इनके अलावा जब सहायक खाद्यय अधिकरी महवीर राठौर से जानना चाहा तो उनके द्वारा कहा गया कि ऐसा आदेश कब हुआ मुझको इसकी जानकारी ही नही है क्योंकि मुझको अभी एक माह पहले ही प्राार मिला है। इसके बाद जब सहायक खाद्यय अधिकारी जेएस जाटव से जानना चाहा कि अभी तक मामला क्यों दर्ज नही कराया गया तो इनके द्वारा कहा गया कि फाईल एसडीएम के रीडऱ के पास है कार्रवाई क्यों नही हुई मुझको इसकी कोई जानकारी नही है। इन तीनों अधिकारियों की बात सुनकरी यही कहा जा सकता है कि कहीं न कहीं से इस आदेश को दबाने का प्रयास किया गया है। इसके साथ ही चौकानें वाली बात यह है कि अधिकारियों द्वारा ा्रष्टाचार को आरोप जांच में सिद्ध होने के बाद भी यह समिति प्रबंधक वहीं पर पदस्थ है

मुंगावली से इकबाल जमीदार की रिपोर्ट