घोड़ाडोंगरी – सितंबर 2014 में स्वीकृत हुए घोड़ाडोंगरी से बरेठा 13 किलोमीटर मेन रोड जो कि मार्च 2017 में उन्नयन होकर नगर घोड़ाडोंगरी के बीच फोरलेन बनाने की स्वीकृति की गई। कछुआ चाल से हो रहे विनोद शुक्ला एंड कंपनी के द्वारा कार्य जो कि 60% ही पूर्ण हो पाए हैं। जबकि इतना कार्य करने के बाद ही यहां पर उनके मैनेजर व संचालक का अता-पता ग्रामीणों व नगर के लोगों को नहीं लग पा रहा है। विनोद शुक्ला एंड कंपनी के द्वारा निर्माण की गई घोड़ाडोंगरी से बरेठा तक के प्रत्येक पुल और पुलिया बिना किसी समतलीकरण के बनाए गए। प्रत्येक पुल और पुलिया में हर प्रकार के गाड़ी वाहनों के चालकों को पुल पर चढ़ते समय बड़ा झटका, उतरते समय बड़ा झटका लगता है। छोटे चक्के की गाड़ियां के चालकों को ध्यान नहीं होने पर गाड़ियां अनियंत्रित होकर गिरा भी देती है। यह लापरवाही इक्का दुक्का पुल पुलिया नहीं बल्कि 13 किलोमीटर मार्ग में प्रत्येक पुल पुलिया में है। प्रत्येक दिन तहसीलदार, पुलिस निरीक्षक,मुख्य कार्यपालन अधिकारी,विकास खंड शिक्षा अधिकारी , विकासखंड स्वास्थ्य अधिकारी इस मार्ग से आवागमन करते हैं परंतु कंपनी के ठेकेदार विनोद शुक्ला का सरकार में शामिल मंत्री से तगड़े संपर्क के चलते अधिकारी भी मामले में शामिल होने से कन्नी काटते नजर आते है।

घोड़ा डोंगरी से देवी प्रसाद मालवीय की रिपोर्ट