पटना : अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति के चौथे राष्ट्रीय महाधिवेशन का उद्घाटन बिहार हिंदी साहित्य सम्मलेन के सभागार में पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने की हूंकार के साथ हुआ। केंद्रीय मंत्री राम कृपाल यादव , राष्ट्रीय अध्य्क्ष जिग्नेश भाई कलावाडिया, हिंदी साहित्य सम्मलेन के अध्यक्ष डा.अनिल सुलभ, संगठन के राष्ट्रीय संरक्षक शंकर पांडेय , ज़ाकिर हुसैन संस्थान के निदेशक प्रमुख डा. प्रो. उत्तम कुमार सिंह , आम जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष विद्यापति चंद्रवंशी और संगठन के राष्ट्रीय सचिव संतोष झा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर महाधिवेशन आरम्भ किया ।

उसके पश्चात् शहीद पत्रकारों को भावभीनी श्रद्धांजलि देकर उनके तस्वीर पर पुष्प अर्पित लिए गए , सभागार में उनकी आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया। कार्यक्रम का संचालन संतोष झा और राकेश सिंह परिहार ने संयुक्त रूप से किया।

मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री राम कृपाल यादव ने अपने उद्बोधन में कहा की पत्रकारों की रक्षा के लिए देश और राज्य की सरकार संकल्पित है , लेकिन कुछ और भी करने की जरूरत पड़ेगी तो किया जायेगा। श्री यादव ने पत्रकारों की पीड़ा को समझने और अपने पैतीस वर्षो के सामाजिक जीवन में इनकी भूमिका का भी उल्लेख किया। श्री यादव ने कहा की लोकतंत्र तभी सुरक्षित है जब पत्रकार सुरक्षित है , पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित किये बगैर विश्व के सबसे बारे लोकतान्त्रिक देश की सुरक्षा बेमानी है। क्योकि आज पत्रकारिता के बदौलत ही सरकार एवं आम जन तक कोई समस्या बिषम परिस्तिथि में भी सबसे पहले संज्ञान में होता है। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री को पत्रकार सुरक्षा कानून लागु करने के लिए एक मेमोरेंडम भी संगठन के राष्ट्रिय अध्यक्ष के द्वारा सौपा गया। और अनुरोध किया गया की वो हमरी आवाज को दिल्ली तक पहुचायेंगे।

संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष जिग्नेश भाई कलावाडिया ने कहा की उठो, जागो, और तब तक चैन से नहीं बैठो जब तक की पत्रकार सुरक्षा कानून का अधिकार प्राप्त नहीं कर लेते। श्री कलावड़िया ने कहा की हम जनवरी में सोमनाथ से होते हुए मध्य प्रदेश , महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश , झारखण्ड, बिहार , उत्तर प्रदेश , उत्तराखंड , पंजाब और हरियाणा होते हुए दिल्ली तक की रथ यात्रा निकल रहे है , जिसमे सभी प्रदेशो के एक लाख पत्रकारों के हस्ताक्षर युक्त मेमोरेंडम महामहिम राष्ट्रपति जी को सौपा जायेगा।

हिंदी साहित्य सम्मलेन के अध्यक्ष डा.अनिल सुलभ ने अपने उद्बोधन में कहा की हम आपके साथ है , आज कलम को आजादी की आवश्यकता है , पत्रकारों को तटस्थता का त्याग कर स्वतंत्रता संग्राम का स्मरण करना होगा , जब कलम से निकलने वाली हर शब्द क्रांति की ज्वाला बनती थी।

ज़ाकिर हुसैन संस्थान के निदेशक प्रमुख डा प्रो उत्तम कुमार सिंह ने कहा की इस प्रकार के कार्यकर्म से देश और लोकतंत्र को मजबूती मिलेगी।

इस अवसर पर आम जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष विद्यापति चंद्रवंशी ने कहा की हम पत्रकार सुरक्षा कानून की बात को अपने पार्टी के घोषणा पत्र में शामिल करेंगे।

इस अवसर पर कुम्हरार विधायक अरुण कुमार सिन्हा भी पत्रकारों का हौसला वर्धन के लिए आये और उनके मेमोरेंडम को बिधान सभा में रखने कि बात कही।

इस अवसर पर संगठन के राष्ट्रीय संरक्षक शंकर पांडेय , राष्ट्रीय संगठन महासचिव राकेश सिंह परिहार , महासचिव रत्नाकर त्रिपाठी ,महामंत्री सय्यद खालिद कैस , सचिव सरोज जोशी , कर्णाटक प्रभारी अमन दीवान , उत्तराखंड प्रभारी राजेश गुप्ता ,उत्तर प्रदेश अध्यक्ष अजय प्रताप नारायण सिंह ,  राष्ट्रीय प्रवक्ता गोविन्द शर्मा , बिद्या भूषण श्रीवास्तव , मनोज कुमार सिंह , बिहार संगठन के संजय कुमार सिंह , कोषाध्यक्ष श्रीराम तिवारी , ज़किरी अली आदि ने भी सम्बोधित किया।

सभा को सम्बोधित करते हुये राष्ट्रीय महासचिव सय्यद ख़ालिद कैस ने पत्रकारोँ को संगठित होने पर बल दिया । उन्होने कहा कि पत्रकार सुरक्षा क़ानून तभी हासिल होगा जब हम आपसी विवाद भुलाकर संगठित होंगें । संगठित होना नितांत आवश्यक है । श्री कैस ने पत्रकार समूह बीमा संबंधी जानकारी भी दी ।

इस कार्यक्रम में देश के 15 राज्यों से 200 के करीब और बिहार से 500 के करीब पत्रकार बंधू शमिल हुए। धन्यवाद ज्ञापन प्रदेश अध्यक्ष विनोद पांडेय ने किया।