पटना – बिहार की राजधानी पटना में आयोजित अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति के चौथे राष्ट्रीय अधिवेशन में पत्रकार सुरक्षा कानून का मुद्दा जोर शोर से छाया रहा, इस अवसर पर अखिल भारतीय भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष जिग्नेश कलवाडिया ने कहा कि लोकतंत्र खतरे में है जिस को बचाना पत्रकारों का दायित्व है।
उन्होंने कहा कि कार्यपालिका न्यायपालिका और विधायिका लोकतंत्र के चौथे स्तंभ यानी पत्रकारिता के दिन अधूरे हैं, यदि यह चौथा स्तंभ ना हो तो लोकतंत्र पूरी तरह से खतरे में है । इसको बचाने के लिए पत्रकार सुरक्षा कानून पास होना बेहद जरूरी है जिसके लिए अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति शीघ्र ही गुजरात के सोमनाथ से एक रथ यात्रा भारतवर्ष में सुरक्षा कानून के लिए निकाली जाएगी जिसका मुख्य उद्देश्य भारतवर्ष में 100000 सदस्यों के हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन माननीय राष्ट्रपति महोदय भारत सरकार व कानून मंत्री भारत सरकार को सौंपा जाएगा उन्होंने कहा कि एबीपी एसएस के सभी कार्यकर्ता अध्यक्ष जिला अध्यक्ष , प्रदेश अध्यक्ष सहित कार्यकारिणी के सभी सदस्य उसकी तैयारी के लिए अभी से जुट जाएं। इस अवसर पर केंद्रीय राज्य मंत्री रामकृपाल यादव ने कहा कि पत्रकार आज के युग में संसाधनों के अभाव में अपनी जान जोखिम में डालकर पत्रकारिता कर रहा है उसकी सुरक्षा बेहद जरूरी है उन्होंने आश्वासन दिया कि वह आगामी सत्र में कैबिनेट के सम्मुख पत्रकार सुरक्षा की मांग को प्रमुखता के साथ उठाएंगे उनका प्रयास रहेगा कि अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति द्वारा की जा रही मांग को कैबिनेट में रखें इसके लिए उन्होंने सुझाव दिया कि समिति के कार्यकर्ता अपना मेमोरेंडम बनाएं जिसको सरकार द्वारा लागू कराया जा सके उन्होंने कहा कि समिति को पत्रकारिता के गिरते स्तर पर भी विचार करना चाहिए तथा समिति से उन सदस्यों को बाहर का रास्ता दिखाएं जो खुले तौर पर पत्रकारिता को बदनाम करने पर तुले हैं इस अवसर पर हिंदी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष अनिल सुलभ ने कहा कि डगर बहुत कठिन है परंतु उस को पार करके जाना है जिसके लिए इस आंदोलन को जन आंदोलन का रूप देना होगा उन्होंने कहा कि आज पत्रकार अपनी जान जोखिम में डालकर पत्रकारिता कर रहा है इसी कारण देशभर के दर्जनों पत्रकार पिछले सालों में अपनी जान गवा कर शहीद हो चुके हैं यदि कानून बना होता तो उनके परिवारों का भरण पोषण आसानी के साथ हो सकता था परंतु यह विडंबना ही है कि पत्रकार बिना किसी लालच के बिना किसी सैलेरी के पूरे दिन इधर-उधर घूमकर समाचार इकट्ठा करता है और उसके बाद कहीं जाकर वह अखबारों की सुर्खियां बनता है ऐसे में अखबार मालिकों को भी चाहिए कि वह अपने संवाददाताओं वह संवाद सूत्रों को पूरी तरह सुरक्षा प्रदान करें साथ ही उसकी आजीविका कभी ख्याल रखें। पत्रकारों के हितों को सर्वोपरि रखते हुए केंद्र सरकार को चाहिए कि वह पत्रकार सुरक्षा कानून को शीघ्र से शीघ्र लागू करें उन्होंने आश्वासन दिया कि पत्रकार सुरक्षा कानून लागू कराने में उनका सहयोग जिस स्तर पर भी अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति को चाहिए वह तत्परता के साथ हर समय तैयार रहेंगे।
इस अवसर पर सभा को सम्बोधित करतें हुये राष्ट्रीय महासचिव एवं मप्र इकाई अध्यक्ष सैयद ख़ालिद कैस ने कहा कि जब तक पत्रकार एकजुट नही होंगें तब तक उनकी सुरक्षा नही होगी । पत्रकारों को संगठित होना आवश्यक है । तभी पत्रकारो का कल्याण s ।
महाधिवेशन को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अजय प्रताप नारायण ने सभी पत्रकारों को एकजुटता का पाठ पढ़ाते हुए कहा कि सभी पत्रकार अपनी गरिमा को बनाए रखें तथा पदों की लड़ाई ना करके निस्वार्थ भाव से अखिल भारतीय सुरक्षा समिति को मजबूत करने का काम करें इस अवसर पर बिहार प्रदेश अध्यक्ष विनोद पांडे , संतोष झा नसीम जफर उत्तर प्रदेश अनुशासन समिति के अध्यक्ष राशिद अर्शी राष्ट्रीय महासचिव रत्नाकर त्रिपाठी शमीम राजा पुष्पेंद्र शेखर अनिल साखरे हाफिज लोहार शमशाद मुल्तानी कुलदीप कुमार मोर शहजाद मलिक महमूद रजा कुसुम गौर आदित्य दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष आशा यादव चंद्र मोहन गोपाल सरोज जोशी बच्चा सिंह आदि अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति के वरिष्ठ सदस्यों ने सभी अतिथियों का स्मृति चिन्ह शॉल मेडल व बुके देकर सम्मान किया इस अवसर पर बिहार प्रदेश के अध्यक्ष विनोद पांडे ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह पूरे बिहार के लिए गौरव की बात है कि अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति का चौथा राष्ट्रीय महाधिवेशन सफलता के साथ संपन्न हुआ इस अवसर पर पूरे भारत वर्ष से हजारों की तादाद में पत्रकारों ने सम्मेलन में हिस्सा लिया तथा आगामी रथ यात्रा का खुले मन से समर्थन किया।