NDTv18 लाइव न्यूज़ के लिये बृजेश खण्डेलवाल की रिर्पोट
अलीराजपुर – 2 अक्टूबर गांधी जयंती के अवसर पर गायत्री शक्ति पीठ जोबट के तत्वावधान में जोबट की डोही नदी की सफाई का कार्य किया गया इस कार्य में नगर के हिन्दू मुस्लिम ईसाई आदी समस्त समाज के बंधूओ ने खुले मन से श्रमदान करते हुए नृरसिह घाट एवं शंकर मंदिर घाट पर सफाई कर स्वच्छता का संदेश दिया, इस कार्य में महिलाओं ने भी बड़ चढ़ कर हिस्सा लिया यहां यह बता देना आवश्यक है की अखिल विश्व गायत्री परिवार के दिशा निर्देश पर गायत्री शक्ति पीठ जोबट के द्वारा शक्ति पीठ मुख्य प्रबंधक डाँ.शिवनारायण सक्सेना के नेतृत्व में अक्सर इसी प्रकार के लोकहित के कार्यो को अंजाम दिया जाता रहा है जो प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी जी के स्वच्छ भारत अभियान को भी सार्थकता प्रदान करता है ।
“क्यो हो जाती है डोही बार बार मैली”
सवाल यह भी पैदा होता है की निरंतर सफाई के बाद भी नगर की आन बान शान कहलाने वाली डोही नदी बार बार मैली क्यो हो जाती हैं इस सवाल पर जो तथ्य सामने आए उसके अनुसार जनता में जागरूकता की कमी को मान जा रहा है यह देखा जा रहा की नगर के कुछ लोगों ने आज भी नदी को कुडादान बना रखा है घाट के आसपास मंदिरों का जमघट होने की वजह से सारी पुजा सामग्री नदी में या किनारो डाल रहे है साथ ही होटल व्यवसाई भी होटलों का कुडा नदी में डाल दिया करते हैं इस विषय में गत वर्ष कुछ उत्साही युवाओं ने सुचना पटलो के माध्यम से नदी में कुडा नहीं डालने की अपील की थी मगर समय के साथ उसे भुला दिया गया !
“प्रशासन को भी जागरुकता हेतु आगे आना होगा”
ध्यान रहे स्वच्छ प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी का मिशन है जिसके अंतर्गत लाखों रुपये का बजट स्वच्छता हेतु आता है तथा जोबट में भी आया है मगर जिम्मेदारो ने
इसे केवल दिवारो नारे लिखने तक ही सीमित कर दिया जिसके कारण परीणाम शुन्य नजर आ रहा है इसके अलावा इतने अधिक क्षेत्रफल में फैली नदी की सफाई केवल श्रमदान से संभव नहीं है इस कार्य हेतु शासकीय बजट का प्रावधान होना चाहिये ताकी इंसानों के श्रमदान के अलावा मशीनों का उपयोग कर धोबी घाट से लगा कर श्मशान घाट तक नदी की सफाई एवं गहरीकरण हो सकें कुछ नागरिक नदी की दुर्दशा का कारण श्मशान घाट के पास बने बांध को भी मान रहे है लोगों का कहना है कि नदी की गहराई खत्म होने का मुख्य कारण उक्त बांध है जो नगर के लिये अनुपयोगी है नागरिकों की मांग है की उक्त बांध हटा दिया जाए!
कारण कुछ भी हो मगर यह देखा जा रहा है की लापरवाही एवं जागरुकता के अभाव में बार बार हो जाती है मैली,नगर की जिवन रेखा कही जाने वाली डोही नदी ….
गायत्री शक्ति पीठ द्वारा विधीवत प्रबूद्ध नागरिकों सर्व श्री रमेश अग्रवाल,महम्मद हसन (मम्मामियाँ ), आमीलसाहब शैख मुस्तफा भाई,बालकृष्ण वाणी, इकबाल भाई ,नजमुद्दीन भाई, ओजेमा भाई बोहरा, करण सिंह राठौड़,मंटु चौबे,राजेश उपाध्याय, जयंती लाल वाणी, जगदीश राठौड, मेवालाल अग्रवाल, अनील जैन सर,बालु सिंह डावर, रजनीकांत वाणी, इत्यादि की उपस्थिति में दिप प्रजलीत कर सफाई अभियान का प्रारंभ किया गया,सफाई कार्य में गायत्री,अंशुल तथा शासकीय विद्यालयों के छात्र छात्राओं ने भी बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया नगर परिषद के मुख्य अधीकारी भी अपनी परिषद की टीम के साथ सक्रिय भूमिका में नजर आये!
गायत्री शक्ति पीठ की महिला शक्ति ने भी सक्रियता दिखाई तथा वरिष्ठ परिजन श्री मती मंजू श्रीवास्तव,केशर राठौड, सरोज टवली, उषा उपाध्याय, मंडल मैडम,अनसुईया सोमानी, आशा श्रीवास्तव सुनीता सोनी, पुष्पा राठौड,साधना बैरागी, प्रेमलता चौहान,रविकांता वर्मा, पुरुष परिजनों में अनील श्रीवास्तव, जे.पी.शर्मा, महेश राठौड, कलम सिंह कलेश, बबलू राठौड, वरिष्ठ पत्रकार राजेश डुडवे,संजय राठौड,कपील राठौड,मिश्रिलाल राठौड़ ब्लड डोनेशन ग्रुप के अश्वीन नागर इत्यादि सैकड़ों लोग उपस्थित थे ।