• पटना में देश के कोने-कोने से पत्रकार सुरक्षा कानून को पारित कराने के लिए जमा होंगें हजारों पत्रकार
  • 7 अक्टूबर को बिहार के पटना स्थित साहित्य अकादमी भवन में राष्ट्रीय महाधिवेशन का होगा आयोजन

भोपाल – पत्रकार सुरक्षा कानून के लिए आन्दोलनरत अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति भारत का गठन देश के पत्रकारों  की सुरक्षा एवं उनके कल्याण के उददेश्य से किया गया ।  गुजरात के राजकोट में मुठ्ठी भर क्रान्तिकारी पत्रकारों के साथ आरम्भ किया गया यह महाभियान आज देश के 23 राज्यो में क़रीब 30 हज़ार साथियों के साथ पत्रकारों को दिशा और बिगड़ी दशा को सुधारने के लिये संघर्षरत हैं ।

पत्रकार सुरक्षा का यह आन्दोलन गुजरात की धरती से आरंभ होने के बाद छत्तीसगढ़ पहुंचा उसके बाद आन्दोलन की आवाज़ उत्तर प्रदेश में बुलंद होते हुए अब बिहार की धरती में जा पहुंची है। कभी हार न मानने वाली बिहार की धरा में देश के कोने –कोने से हजारों की संख्या पत्रकार भाग लेकर पत्रकार सुरक्षा कानून को सम्पूर्ण भारत में लागू करने के लिए अपनी आवाज़ को बुलंद करेंगें।

बिहार के पटना में आयोजित होने वाले राष्ट्रीय महाधिवेशन को लेकर अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष  जिग्नेश कालावाड़ीया व् राष्ट्रीय संरक्षक शंकर पाण्डेय, वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकेश सिंह, राष्ट्रीय महासचिव व् बिहार प्रभारी रत्नाकर त्रिपाठी (सामवेदी), बिहार प्रदेश अध्यक्ष विनोद पाण्डेय ने बिहार की राजधानी पटना में होने वाले राष्ट्रीय सम्मलेन की रूप रेखा तय करते हुए बताया है कि सम्मेलन में पत्रकार सुरक्षा कानून को लागू कराने के अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति की पहल से पत्रकार सुरक्षा कानून बिल का मसौदा तैयार किया गया है जिसे पत्रकारों के समुख रख कर देश में बिल को पारित कराने के लिए राष्ट्रव्यापी मंथन किया जायेगा.

सम्मलेन के आयोजन पर प्रकाश डालते हुए राष्ट्रीय संगठन महासचिव राकेश सिंह परिहार व् महफूज खान ने सयुंक्त जानकारी देते हुए बताया कि 7 अक्टूबर को बिहार के पटना स्थित साहित्य अकादमी भवन में राष्ट्रीय महाधिवेशन का आयोजन किया जायेगा।

सम्मेलन में दिल्ली,वेस्ट बंगाल, पंजाब, हिमांचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर,सिक्किम,केरल,मध्यप्रदेश,छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, उड़ीसा, उत्तराखंड, हरियाणा, झारखण्ड, सहित देश के अन्य प्रान्तों के हजारों की संख्या में कलमकार पत्रकार सुरक्षा कानून को लेकर अपनी आवाज़ बुलंद करेंगें।

“बिहार में होगी अधिकारों की रार, हम न मानेंगें हार,लेकर रहेंगें पत्रकार सुरक्षा कानून का अधिकार”

का नारा बुलंद कर चुके पत्रकारों ने आन्दोलन को गति दे दी है साथ ही सरकार को चेतावनी दी है कि यदि पत्रकार सुरक्षा कानून लागू न किया गया तो देश भर के पत्रकार सड़कों पर उतर अपने अधिकारों की लड़ाई लडने को बाध्य हो जायेगा।

2019 पत्रकार सुरक्षा आंदोलन के लिये महत्वपूर्ण

संगठन के राष्ट्रिय महासचिव एवं मप्र इकाई अध्यक्ष सैयद ख़ालिद कैस ने बताया कि बिहार के पटना में राष्ट्रिय महाधिवेशन में बनी रणनीति के बाद संगठन 2019 में पत्रकार सुरक्षा क़ानून के लिये जंगी रणनीति का आगाज़ करेगा , जो करो या मरो की पद्धति पर आधारित होगा ।